
भारत में Zika Virus की दस्तक🙁 Zika Virus in India 2021)
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से लहर से देश लड़खड़ा कर जैसे-तैसे संभलने की कोशिश कर ही रहा था कि और एक वायरस जीका ने दहलीज पर दस्तक दे दी है। भारत के तटीय राज्य केरल में हाल ही में 13 लोगों के जीका वायरस से संक्रमित होने का मामला सामने आया है। जीका वायरस से संक्रमण के संदेह में नमूनों को पूछे स्थित वायरोलॉजी लैब में भेजा गया था जहां इनके संक्रमित होने की पुष्टि की गई।
क्या हैं जीका वायरस के लक्षण और कारण? (symptoms and causes of Zika virus)
जीका वायरस एडीज प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। यही मच्छर डेंगू, चिकिनगुनिया तथा पीला बुखार का भी वाहक है। इससे संक्रमित व्यक्ति में बुखार, त्वचा पर चकत्ते पड़ना, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द होना,अस्वस्थता आदि लक्षण पाए जाते हैं। यह गर्भ में पल रहे बच्चों को भी प्रभावित कर सकते हैं जिससे जन्मजात विकृतियों जैसे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। यह वायरस गर्भधारण संबंधी अन्य विसंगतियों का भी कारण बन सकता है। एशियाई ज़िका वायरस स्ट्रेन (Asian Zika virus strain) भ्रूण आदि के अधिक संवेदनशील माना गया है। जीका वायरस के लक्षण एक से दो हफ्तों में नजर आते हैं तथा इस संक्रमण का प्रभाव 2 दिन से एक सप्ताह तक देखने को मिल सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि इस वायरस के लिए कोई विशेष लक्षण निर्धारित नहीं है। अभी तक इसके निदान के लिए कोई टीका भी विकसित नहीं किया जा सका है। इससे प्रभावित व्यक्ति को चिकित्सक अधिक से अधिक आराम करने की सलाह देते हैं। साथ ही शरीर की नमी को बनाए रखने की सलाह भी देते हैं।
Zika वायरस का इतिहास (Zika Virus in History)
जीका वायरस एक मच्छर जनित वायरस है जिसे पहली बार वर्ष 1947 में युगांडा के जंगलों में रीसस मकाक प्रजाति के बंदरों में पहचाना गया था। इसे बाद में वर्ष 1952 में युगांडा तथा संयुक्त गणराज्य तंजानिया में मनुष्यों में इसकी पुष्टि की गई।
भारत में पहली बार यह बीमारी जनवरी, 2017 में अहमदाबाद में फैली और दूसरी बार 2017 में ही यह बीमारी तमिलनाडु में पाई गई। दोनों ही मामलों में जटिल निगरानी तंत्र और कुशल मच्छर प्रबंधन के ज़रिये इस पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया।
रोकथाम और सावधानियां (What are the measures to prevent Zika virus)
जैसा कि हम जानते हैं, कि Zika वायरस के लिए कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है इसलिए इससे सावधान रह तथा शुरुआती स्तर पर इसके बारे में सुरक्षा उपाय अपनाकर इसे कमजोर किया जा सकता है। इसीलिए कुछ सावधानियां अपनाने की आवश्यकता है।
जितना हो सकें खुद का बचाव करें। घर के आस-पास मच्छर उत्पन्न ना होने दें और…
1. Zika वायरस से बचने के लिए घर और बाहर दोनों जगह शरीर को कपड़ों से पूरी तरह से ढककर रखें।
2. घर के आसपास पानी जमा न होने दें क्योकि बीमारी फैलाने वाले मच्छर गंदगी में ही पनपते हैं।
3. मच्छरों से बचने वाली क्रीम लगाएं। साथ ही दिन के समय बच्चों को बाहर ना जाने दें। यदि बाहर निकलना जरूरी है तो रक्षा उपायों के विशेष ध्यान रखें।
4. सुबह-शाम मच्छर निरोधी साधनों का इस्तेमाल करें। साथ ही सोते समय मच्छर दानी का इस्तेमाल करें।
5. Zika वायरस की चपेट में आए देशों की यात्रा करने से बचें। खासकर गर्भवती महिलाएं ऐसी जगहों पर यात्रा ना करें।
6. अगर 2 हफ्तों से ज्यादा बुखार हो तो उसे हल्के में ना लें और वायरस की जांच करवाएं तथा चिकित्सा परामर्श लें।
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