ओजोन क्या है? (What is Ozone)
ओजोन एक ऐसी गैस है जो हमारे जीवन में ऑक्सीजन के समान है और यह तीन परमाणु तत्वों का सम्मिश्रण (O3) है। यह गैस पृथ्वी को पराबैंगनी विकिरण से बचाती है।
इसकी मौजूदगी हमारे अस्तित्व का कारण है। पृथ्वी के वायुमंडल में 91% से अधिक ओजोन गैस मौजूद है।
ओजोन की मौजूद परत पराबैंगनी विकिरण को 93 से 99% तक मात्रा को अवशोषित कर लेती है, जो अगर पृथ्वी पर पहुंच जाए तो यह पृथ्वी पर जीवन को समाप्त कर सकती हैं।
सूर्य के प्रकाश के स्पेक्ट्रम का जो भाग उपस्थित नहीं या दिखाई नहीं दे रहा है उसे ओजोन तत्व ही जाना गया जो पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करता है।
ओजोन दिवस कब और क्यों मनाया जाता तथा इसे मनाने का उद्देश्य
World Ozone Day 2021– 16 सितंबर, 1987 में ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों को समाप्त करने के उद्देश्य से मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था जिसमें संयुक्त राष्ट्र एवं 43 अन्य देश शामिल थेँ।
प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर के 30 साल बाद ओजोन परत में जो छेद था वह बंद होता पाया गया।
इसी तारीख की याद में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ओजोन परत संरक्षण के उद्देश्य से इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के रूप में संबोधित किया।
इसी के कारण दुनिया भर में 16 सितंबर 1995 को पहला ओजोन दिवस के रूप में मनाया गया और आज भी मनाया जाता है। जिससे कि लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जा सके और इसे बचाए रखने के उपायों पर विचार किया जा सके।
यही इस आयोजन दिवस का मुख्य उद्देश्य है। और अब हर साल world ozone day is celebrated on 16 सितम्बर।
मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल; – (World Ozone Day 2021)
1928 से 1958 के बीच वैज्ञानिक सर डोब्सन ने ओजोन के निगरानी केंद्रों के लिए नेटवर्क स्थापित किया था और यह नेटवर्क सर्वव्यापी है जो अभी भी मौजूद है।
ओजोन रिक्तिकरण का वैज्ञानिक आकलन डब्ल्यूएमओ/यूएनईपी द्वारा प्रायोजित रिपोर्टों का एक क्रम है जिसे ओजोन रिक्तिकरण एवं मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के विषय में हो रहे संशोधनों को सूचित करने के लिए स्थापित किया गया।
मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल अभी तक का सबसे सफल अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण समझौता कहलाता है।
World Ozone Day 2021 Slogan in hindi:
- “”जिस प्रकार बारिश से बचने के लिए छत जरुरी होता है
उसी प्रकार परा बैगनी किरणों से बचने के लिए ओजोन परत जरुरी होता है””
2. “”ओजोन की परत को बचाओ
पृथ्वी पे शुद्ध वातावरण पाओ “”
3.””अगर आप ओजोन परत की रक्षा करोगे
तभी ओजोन परत आपकी रक्षा करेगा””
World Ozone Day 2021 Theme (World Ozone Day 2021 की थीम)–
The theme of world ozone day 2021 is “Ozone for Life: 36 Years of Ozone Layer Protection”
विश्व ओजोन दिवस 2021 थीम – “जीवन के लिए ओजोन – ओजोन परत संरक्षण के 36 वर्ष”
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ओजोन गैस की खोज(Discover of Ozone Gas)
ओजोन गैस (OZONE GAS) की जानकारी सबसे पहले वॉन मैरन को 1785 में विद्युत विसर्जन यंत्रों के पास से आ रही बदबू से हुई थी। उन्होंने अपने लेखों में भी इसका उल्लेख किया है।
फिर इनके बाद सन 1801 में क्रिक शैंक नाम के व्यक्ति को भी इसकी गंध का अनुभव हुआ विद्युत विसर्जन के दौरान। सर जी एम बी डोब्सन जो ब्रिटेन के मौसम वैज्ञानिक है उन्होंने एक स्पेक्ट्रोफोमीटर का विकास किया था.
जो स्ट्रेटोस्फेरिक ओजोन को भूतल से मापने में सक्षम है। इसीलिए ओजोन गैस के मापन की इकाई का नाम डोब्सन रखा गया है उनके सम्मान में।
1928 से 1958 के बीच वैज्ञानिक सर डोब्सन ने ओजोन के निगरानी केंद्रों के लिए नेटवर्क स्थापित किया था और यह नेटवर्क सर्वव्यापी है जो अभी भी मौजूद है।
शानबाइन द्वारा 1840 में इस गंध वाली गैस को ओजो नाम दिया गया जो कि एक यूनानी शब्द है और इसका अर्थ है ‘मैं सूंघता हूं’। अंत में सन 1865 में सोरेट ने इस गैस को ऑक्सीजन के एक समान रूप में सिद्ध किया और इसका अणु सूत्र O3 तय किया गया।
इस परत की खोज 1913 में फ्रांस के भौतिक हेनरी बुसोन और फैबरी चार्ल्स द्वारा की गई। इसके पहले भी कई वैज्ञानिकों ने इसकी मौजूदगी को महसूस किया।
उन्होंने प्रकाश का स्पेक्ट्रम देखा तो पाया कि उसमें काले रंग से कुछ हिस्सा घिरा हुआ है और अधिक तरंग दैर्ध्य की कोई भी विकिरण सूर्य से पृथ्वी की ओर नहीं आ पा रही है।
इसी अनुभव से निष्कर्ष निकाला गया कि कोई ना कोई तो ऐसा तत्व जरूर मौजूद है जो पराबैंगनी किरणों को अवशोषित रहा है। World Ozone Day 2021
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वायुमंडल में ओजोन की उपस्थिति – (World Ozone Day 2021)
हमारे वायुमंडल में ओजोन गैस(OZONE GAS) की मौजूदगी अन्य गैसों की अपेक्षा काफी अधिक है, तो वहीं समताप मंडल में इसकी उपस्थिति अन्य गैसों के मुकाबले यह कम मात्रा में कम है।
वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा 21%, नाइट्रोजन 78%, ऑर्गन 0.93%, कार्बन-डाई-ऑक्साइड 0.03% तथा बाकी बची हुई मात्रा में अन्य गैसें हैं जिसमें ओजोन भी शामिल है जिसकी उपस्थिति 0.02% है।
समताप मंडल में यह गैस 10 भाग प्रति मिलियन पायी जाती है जबकि पृथ्वी के वायुमंडल में ओजोन की मौजूदगी लगभग 0.3 भाग प्रति मिलियन है। ओजोन गैस का आईपीसी नाम ट्रिक्स जॉन है।
यह एक आवश्यक प्राकृतिक गैस है जो जमीन की सतह के ऊपर समताप मंडल के निचले भाग में मौजूद है। इस गैस उपस्थिति की सांद्रता समुद्री तट पर अधिक होती है।
समुद्र तट पर 30 से 32 किलोमीटर की ऊंचाई पर ओजोन परत के अधिक मात्रा उपस्थित होती है गैस की मात्रा वायुमंडल में बहुत ही कम है। पृथ्वी की सतह से लगभग 15 से 35 किलोमीटर ऊंचाई पर यह पाई जाती है।
इस परत की मोटाई उसके भौगोलिक व मौसमी रूप अनुसार अलग-अलग हो सकता है। World Ozone Day 2021
ओजोन गैस की पहचान, गुण व उपयोग (World Ozone Day 2021)
यह गैस वायु की तुलना में काफी भारी होती है। जल की उपस्थिति में यह कम मात्रा में घुलती है परन्तु वहीं कार्बनिक विलायक में ये तेजी के साथ घुल जाती है।
इस गैस का रंग आसमानी नीला व इसकी गंध मछली जैसी होती है और यह संघनित करने पर नीले रंग के द्रव में बदलने लगता है जबकि ठंडा होने पर या ठोस जैसा हो जाता है।
इसका इस्तेमाल जल से कीटाणुओं को खत्म करने, कपड़े वाले कपूर में, स्टार्च व कपड़ों के लिए विरंजक के रूप में, प्रयोगशालाओं में ऑक्सीकारक के तौर पर, वातावरण वाली दूषित जगहों की वायु में शुद्धि लाने के लिए भी इसका उपयोग करते हैं।
ओजोन परत क्या है एवं इसकी समाप्ति का विशेष कारण (World Ozone Day 2021)
यह वायुमंडल में उपस्थित विभिन्न गैसों में से एक की परत है जिसकी सघनता अपेक्षाकृत अधिक है।ओजोन परत की समाप्ति का कारण नाइट्रस ऑक्साइड (N2O), परमाणु क्लोरीन (Cl), परमाणु ब्रोमीन(Br), हाइड्रोक्सिल (OH), तथा नाइट्रिक ऑक्साइड(NO) जैसे मुक्त मूलक को उत्प्रेरक हो सकते हैं।
2009 के समय तक नाइट्रस ऑक्साइड मानव गतिविधियों से उत्सर्जित सबसे बड़ा ओजोन क्षयकारी पदार्थ था। यदि ओजोन परत टूटने लगेगी तो पराबैंगनी विकिरण का अवशोषण धीरे-धीरे कम होते हुए एक दिन अवश्य समाप्त हो जाएगा।
ओजोन गैस के निर्माण की विधि –
ओजोन गैस को बनाया भी जा सकता है इसे बनाने के लिए एक उपकरण आता है। इस उपकरण में शुष्क स्वच्छ व ठंडी ऑक्सीजन को शांत दबाव से गुजारा जाता है। तब जाकर उपकरण में ओजोन का निर्माण होता है।
इससे हम हर बार 10% सांद्र ओजोन गैस पा सकते हैं।
ओजोन रिक्तिकरण के प्रभाव व परिणाम
ओजोन छिद्र एवं रिक्तिकरण के कारण कैंसर का खतरा बढ़ रहा एवं पराबैंगनी किरणों से मोतिया बिंद, त्वचा कैंसर तथा सनबर्न जैसे कई लोगों में पैदा हो रहे हैं।
यह जानवरों के लिए भी खतरनाक है या विश्वव्यापी चिंता का विषय है जिससे मानव जीवन पर खत नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
परत में रिक्तिकरण का कारण
ओजोन की परत में हुए छिद्र का मुख्य कारण रासायनिक पदार्थों में निर्मित वस्तुओं का उपयोग है जिसमें खासतौर पर प्रणोदक ,फोम-ब्लोइंग एजेंट (क्लोरोफ्लोरोकार्बन, हैलोन, एचसीएफसी), सॉल्वैंट्स तथा हेलोकार्बन शामिल हैं।
समताप मंडल में हैलोजन परमाणु छोड़ते हैं जिसकी वजह से ओजोन ऑक्सीजन में टूटने लगता है और इसके टूटने से पराबैंगनी विकिरण का शोषण घटना शुरू हो जाता है।
जिसके बाद पराबैंगनी प्रकाश तेजी के साथ पृथ्वी पर पहुंचने लगता है। क्षोभ मंडल के अवलोकन से पता चला है कि 1992 से 1994 कू बीच में ओजोन क्षयकारी यौगिकों की संग्रह से धीरे-धीरे घट रहा है।
तो वहीं समताप मंडल के अवलोकन से पता लगता है कि कुल क्लोरीन एक चोटी या फिर उसी के निकट मौजूद है जबकि वहीं ब्रोमीन के बढ़ने की जानकारी भी है दी गई है।
ओजोन परत में बढ़ते छिद्र की वजह से गैसों की प्रकृति के कारण उनके रासायनिक प्रभाव को लगभग 50 से 100 सालों तक के बीच बने रहने की उम्मीद जताई गई है।
विश्व ओजोन दिवस कब मनाया जाता है ?
विश्व ओजोन दिवस हर साल 16 सितम्बर को मनाया जाता है।
विश्व ओजोन दिवस 2021 की थीम क्या है ?
विश्व ओजोन दिवस 2021 की थीम – “जीवन के लिए ओजोन – ओजोन परत संरक्षण के 36 वर्ष” है।
विश्व ओजोन दिवस क्यों मनाया जाता है ?
16 सितंबर, 1987 में ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों को समाप्त करने के उद्देश्य से मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था जिसमें संयुक्त राष्ट्र एवं 43 अन्य देश शामिल थेँ। प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर के 30 साल बाद ओजोन परत में जो छेद था वह बंद होता पाया गया। इसी तारीख की याद में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ओजोन परत संरक्षण के उद्देश्य से इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के रूप में घोषित किया।
इसके सभी जानकारी की रिपोर्ट व इसे संरक्षित करने की रूपरेखा( World Ozone Day 2021)
1970 से अभी तक के रिपोर्ट अनुसार ध्रुवीय क्षेत्रों में समताप मण्डलीय ओजोन स्तर में 4% की गिरावट आई और इसे ओजोन छिद्र के रूप में देखा वह बताया गया।
इन ध्रुवीय क्षेत्रों में बसंत ऋतु की कमी के बारे में सबसे पहले ब्रायन गार्डिनर जॉनाथन और जो फॉर मैंन ने एक पेपर में बताया था जिसका प्रकाशन 16 मई 1985 को हुआ था।
सन 1980 में UNEP, NASA, US व WMO की सरकारों ने आपस के असहमत निष्कर्षों के साथ अपनी अलग-अलग रिपोर्ट जारी किए थे। एकीकृत रिपोर्ट प्राप्त करने में नासा के विज्ञान प्रभाग के निदेशक रॉबर्ट वाटसन का बहुत बड़ा हाथ था।
वैज्ञानिकों की सहमति से काफी समय पहले ही वियना और मॉन्ट्रियल सम्मेलन स्थापित हो चुका था। कुछ वर्षों पहले बसंत ऋतु में अंटार्कटिका क्षेत्र में ओजोन की कमी काफी हद तक बढ़ गई थी जिसका कारण हैलोजन तत्व है।
पिछले दशक के मुताबिक यह 50% से 70% बढ़ा है। 1997 से 2001 की वैश्विक औसत कुल स्तंभ ओजोन की मात्रा 1980 से पहले की औसत मात्रा से 3% कम थी।
रसायन जलवायु मॉडल उत्तरी व दक्षिणी मध्य अक्षांशों में हो रहे दीर्घकालिक ओजोन पर परिवर्तनों को रिकॉर्ड करते हैं। ओजोन क्षयकारी रसायनों के उत्पादों पर सन 1989 में प्रतिबंध लगा दिया गया था।
इन प्रतिबंधों का असर सन 1990 से 2000 के बीच देखने को मिला क्योंकि इसी समय में ओजोन परत का वापस से अपने स्थान पर भरना शुरू हो गया था। 2075 तक इसके छिद्र के पूरी तरह भर जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
हाल ही के कुछ वर्षों में ब्रोमीन और क्लोरीन की सांद्रता में हो रही बढ़ोतरी को उल्लेखित किया गया है जिसकी वजह रासायनिक मानव निर्मित ऑर्गेनो हैलोजन की समाप्ति है।
अतः इस प्रकार ओजोन दिवस एक खास अवसर है जो हमारे जीवन के हिस्से में महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है। (World Ozone Day 2021)