Introduction(World Environment Day 2022 Theme In Hindi) :-
नमस्कार दोस्तों ! अगर आपको ना मालूम हो तो मैं आपको बता दूं, विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2022) करीब आ रहा है। इस दिवस का सीधा संबंध हमारे जीवन से है इसलिए यह हम सभी के लिए बेहद खास व महत्वपूर्ण दिन हैं। हर वर्ष 5 मई को विश्व पर्यावरण दिवस पूरी दुनिया द्वारा मनाया जाता है तो चलिए आज हम इसी विषय पर चर्चा करते हैं।
इस प्रकार आज का लेख World Environment Day 2022(विश्व पर्यावरण दिवस) पर आधारित होगा इस दिन का महत्व पूरे विश्व के लिए मायने रखता है इसलिए इसके बारे में जागरूकता हर किसी के लिए आवश्यक है तो कृपया लेख को अधूरा ना छोड़े।
World Environment Day (विश्व पर्यावरण दिवस)2022
दुनिया भर में हर वर्ष 5 जून की तारीख को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में celebrate किया जाता है।हमारे पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी देशों द्वारा इसेमनाया जाता है जिससे कि सभी लोगों का ध्यान पर्यावरण की ओर आकर्षित किया जा सके और उनके बीच इसके प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।
5 जून,1972 कोUnited Nation द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस घोषित किया गया था। इसके 2 वर्ष बाद यानी 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। तब से आज तक हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को 5 से 16 जून तक के बीच मनाया जाता है इन दिनों जगह-जगह पर पेड़ पौधे लगाए जाते हैं और पर्यावरण से संबंधित अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इतिहास/शुरुआत :-
विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का ऐलान पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर सामाजिक व राजनीतिक जागृति लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1972 में की गई थी। 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारास्वीडनस्कॉटहोम मेंविश्व पर्यावरण सम्मेलनसंयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)आयोजित किया गया जिसमें इसकी चर्चा आरंभ हुई।
चर्चे के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव भी पेश किया गया और फिर 5 जून 1974 से इस दिवस को मनाना भी शुरू हो गया।फिर वर्ष 1987 में इसके केंद्र को बदलते रहने का सुझाव पेश किया गया और उसके बाद से ही इसका आयोजन हर वर्ष अलग-अलग देशों में आयोजित किया जाता है। इस आयोजन में हर वर्ष लगभग 143 से भी ज्यादा देश हिस्सा लेते हैं। कई सरकारी,व्यावसायिक वसामाजिक लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या आदि विषयों पर इस आयोजन में चर्चा व सुझाव पर बात करते हैं।
वर्ष 1987 ईस्वी में पर्यावरण दिवस Environment Day व इसके क्रियाकलापों को मनाने के लिए हर वर्ष एक नए मेजबान देश को चुनने की प्रक्रिया व चलन शुरू किया गया और तब से हर वर्ष इस दिवस की मेजबानी विश्व के अलग-अलग देशों द्वारा की जाती है।इस प्रकार पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, 1973 को बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
विश्व पर्यावरण दिवस 1974 का विषय “केवल एक दुनिया” मेजबान देश संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित किया गया।
उद्देश्य :-
पूरे विश्व को पर्यावरण की सुरक्षा क्यों करनी चाहिए अर्थात इसकी क्या आवश्यकता है यह समझानाइस दिवस का मुख्य उद्देश्य है।
हमारी प्रकृति की रक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना, उन्हें बढ़ावा देना व दिन प्रतिदिन बढ़ रहे तमाम पर्यावरणीय मुद्दों पर गौर कर विचार करना साथही उसके लिए उपाय निकालना।
उस दौरान सभी देशों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि सभी को प्रकृति का संरक्षण करना एवं उसकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर अर्थात पौधरोपण करके पर्यावरण का संरक्षण करने की आवश्यकता है और साथ ही नदियों को साफ रखने का प्रयास भी करना चाहिए, यह सभी विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के पीछे की मुख्य उद्देश्य है।
महत्व :-
पर्यावरण को बचाने व सुरक्षित बनाए रखने के लिए यह दिवस बेहद महत्वपूर्ण है जिसमें पूरी दुनिया पर्यावरण से संबंधित उत्पन्न चुनौतियों से लड़ने व उन्हें सुलझाने के लिए भाग लेती है जिससे कोई रास्ता निकाला जा सके।दुनिया भर के लोगों में पर्यावरण सम्बन्धी जागरूकता पैदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ विश्व का सबसे बड़ा आयोजन माना जाता है।
क्यों मनाते हैं विश्व पर्यावरण दिवस?
हमारा जीवन पर्यावरण पर आधारित है यदि पर्यावरण का संतुलन बिगड़ा तो एक दिन हमारा भी अस्तित्व खत्म हो जाएगा। बिना पर्यावरण संतुलन के ठीक के सांसभी लिया जाना संभवनहीं है इसलिए हमें सदर पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। पर्यावरण में कई तरह के प्रदूषण पाए जाते हैं जो हमारेस्वास्थ्यके लिए गंभीर समस्या उत्पन्न करते हैं। स्वच्छ पर्यावरण मेंही दुनिया के समस्त जीवधारियों का स्वस्थ रहना संभव है।
लेकिन बढ़ती जनसंख्या कीआवश्यकताओं की पूर्ति के खातिर प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन किया जा रहा है जिसके कारण पर्यावरण की बहुत ज्यादा क्षति हो चुकी है और हो रही है। इस नुकसान की भरपाई करने व भविष्य के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक वर्ष 5 जूनकेदिन पर्यावरण दिवस वैश्विक तौर पर मनाया जाता है।
यहदिन पर्यावरण के प्रति हमारे कर्तव्यों को याद दिलाने के लिए मनाया जाता है।यहदिवस लोगों को पर्यावरण के संरक्षण के लिए उत्साहित करता है, इसकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है।हमें सदैव पर्यावरण के अनुकूल ही कार्य करने चाहिए।
मानव और पर्यावरण दोनों एक दूसरे पर निर्भर है जैसे कि हमारी जलवायु में जरा भी बदलाव आता है तो हमारा स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है और हमारे शरीर में भी बदलाव देखने को मिलता है।हम सभी को इसके दुष्परिणाम के बारे में सोचना चाहिए और बचने के उपाय करते रहना चाहिए। पर्यावरण को सुरक्षित रखना बेहद आवश्यक है और यह हमारी जिम्मेदारी भी हैजिससे कि हमारी आने वाली पीढ़ी एक संतुलित जीवन जी सके।
पर्यावरण संरक्षण ना करने के नुकसान:-
वर्तमान की परिस्थिति को देखते हुए हम कह सकते हैं कि संपूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था काफी डगमगा चुकी है जिसके पीछे का कारण है पर्यावरण। पर्यावरण से छेड़छाड़ के कारण ही Covid-19जैसी विश्वव्यापी महामारी ने हमारी दुनिया में दस्तक दी।इससे हमें सीख मिली है कि पर्यावरण से छेड़छाड़ हमारे लिए कितना घातक हो सकता है इसलिए हमें पर्यावरण के खिलाफ कोई प्रक्रिया नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह मानव के अस्तित्व को खतरे में डाल सकता है।
पर्यावरण संरक्षण व सुरक्षा हेतु हमें क्या करना चाहिए ?
वर्तमान की सच्चाई हमारा पर्यावरण दिन-ब-दिन बुरी तरह प्रभावित होता जा रहा है और इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हम खुद हैं। बहुत सारे लोगों की लापरवाही के कारण हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा। पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य चार प्रकार हैं वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण एवं मृदा प्रदूषण। हर क्षेत्र में किसी ना किसी जरिए हमारे पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है तो चलिए जानते हैं इसे बचाने के लिए हम क्या कर सकते हैं।
- हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए क्योंकि पौधे हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, वायु को स्वच्छ रखते हैं और वातावरण को अनुकूलित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
- हमें प्लास्टिक के थैलियों का इस्तेमाल छोड़ देना चाहिए उसके बदले कपड़े के बने थैले का उपयोग करना चाहिए।
- वर्षावन व वन्य जीवों की रक्षा करनी चाहिए।
- पानी की खपत कम कर ज्यादा से ज्यादा बचाव करना चाहिए।
- हमें लोगों को पर पेड़-पौधे काटने से रोक लगानी चाहिए, बल्कि उन्हें पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
- अपने आसपास के लोगों को पर्यावरण सुरक्षा व संरक्षण के प्रति जागरूक करना चाहिए उन्हें इसकी महत्वता से अवगत कराया जाना चाहिए।
- धूम्रपान ना करें और ना ही अपने आसपास के लोगों को करने दें।
- निजी के बजाय सरकारी वाहनों का उपयोग करें।
- अपने घरों में एलईडी या सीएफएल बल्ब ही लगाएं।
- इस्तेमाल हो चुके पानी को मिट्टी में या पौधों में डाल दें।
- पेट्रोल व डीजल युक्त वाहन का कम से कम उपयोग करें।
- रास्ते में कचरा ना फैलाएं बल्कि कचरे को कूड़ेदान में फेंके।
- वाहन में शोर-शराबा न मचाएं।
- कृषि के लिए खेतों में जैविक या गोबर केखाद्य का इस्तेमाल करें।
- अपने कमरे में सूरज की रोशनी आने दें।
- प्लास्टिक के कप की बजाय मिट्टी का कुल्हड़इस्तेमाल करें।
World Environment Day 2022 Theme In Hindi (विश्व पर्यावरण दिवस 2022 थीम)
हर वर्ष एक नई थीम (विषय) चुनी जाती है और उसी के आधार पर कदम उठाए जाते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की मेजबानी स्वीडन द्वारा की जानी है इस वर्ष 2022 का विषय है “केवल एक पृथ्वी” इस अभियान का नारा है प्रकृति के साथ सद्भावना में रहना।
2021 की थीम –“Ecosystem Restoration ”हिंदी में इसका अर्थ‘ पारिस्थितिक तंत्र पुनर्वहाली’है। 2021 के लिए मेजबान देश पाकिस्तान को चुना गया था।
Conclusion :-
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काजल पांडेय affairsworld में एक लेखिका हैं जिनको बिज़नेस , जीवनी आदि जैसे विषय के बारे में जानकारी तथा ३ वर्षो का अनुभव भी है।