
USA के Secretary of States की भारत यात्रा? (U.S. Secretary of state visit to India)
अगला हफ्ता भारत और अमेरिकी कूटनीति के लिए बहुत ही अहम होने वाला है। अगले सप्ताह USA के Secretary of state Antony Blinken भारत दौरे पर आ रहें हैं (U.S. Secretary of state visit to India) । वह विभिन्न मुद्दों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से वार्ता करेंगे। इससे पहले ये दोनों लगभग दो महीने पहले उज़्बेकिस्तान में मिलें थे। अफगानिस्तान संकट को देखते हुए Blinken का ये दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। जनवरी में Joe Biden के राष्ट्रपति बनने के बाद यह अमेरिका की ओर से दूसरी यात्रा है। इससे पहले अमेरिकी रक्षा सचिव भारत दौरे पर आए थे।
भारत-USA के संबंध सदैव अस्पष्ट रहें हैं।
भारत और अमरेका के रिश्ते हमेशा से उतार चढ़ाव भरे रहे हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही भारत का झुकाव सोवियत संघ की ओर रहा साथ ही गुट निरपेक्षता का पक्षधर होने से भारत को अमेरिका से सहयोग प्राप्त न हो सका। शीत युद्ध की समाप्ति के बाद 90 के दशक में दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार आया लेकिन कारगिल युद्ध ने दोनों के मध्य खटास पैदा कर दी। अटल जी के सरकार के समय से भारत और USA के सम्बन्धों का नया दौर आया। बिल क्लिंटन की भारत यात्रा से संबंध स्थिर होना शुरू हुए।
बराक ओबामा का काल इन दोनों देशों की मित्रता का स्वर्णिम काल माना जाता है।
लेकिन सच यह भी है कि इन दोनों देशों के संबंधों का आधार स्वार्थ पर टिका हुआ है। भारत, अमेरिका पर रक्षा, हथियार, तकनीक आदि चीजों के लिए निर्भर है तो अमेरिका भी चीन से निपटने के लिए भारत का सहयोग चाहता है। सच यह भी है कि बिना अमेरिका की मदद के भारत चीन को चुनौती नहीं दे सकता है। इस बात को डोनाल्ड ट्रंप भी समझते थे और जो बिडेन भी बखूबी जानते हैं।
Blinken के दौरे क्या महत्व है? क्या सुलझेगा अफगान संकट?
Secretary of state की यात्रा इस समय इसीलिए भी महत्वपूर्ण है कि अफगानिस्तान में तालिबान और पाकिस्तान लगातार अपनी पकड़ मजबूत करते जा रहे हैं। जो कि भारत और अमेरिका सहित विश्व भर के लिए चिंता का विषय है। नई दिल्ली चाहेगी कि इस मुद्दे पर कोई बीच का रास्ता निकाला जाए ताकि भारत अफगानिस्तान में अपनी सामरिक बढ़त बरकरार रख पाए। ऐसा तभी संभव है जब पाकिस्तान पर लगाकर तालिबान को कमजोर किया जाए। भारत के पक्ष में यह बात भी है कि जब से जो बिडेन राष्ट्रपति बने हैं उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से फोन तक पर बात नहीं की है।
QUAD क्या है? वैक्सीन कूटनीति में QUAD का महत्व।– (U.S. Secretary of state visit to India)
भारत का वैक्सीन संकट किसी से छुपा नहीं है। ऐसे में भारत चाहेगा कि QUAD देशों समेत अमेरिका भी भारत को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य में सहयोग करें। बता दें कि QUAD चार लोकतांत्रिक देश भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का समूह है। जो भू-राजनीतिक रुप से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
PLEASE ALSO READ THIS- STORY OF 370 ARTICLE
क्या होगी चीन से निपटने की रणनीति।
महामारी के बाद अमेरिका और चीन के बीच नये व्यापारिक युद्ध की शुरुआत हो चुकी है। इससे पहले चीन ने विश्व बाजार पर अपना वर्चस्व जमा लिया है। महामारी में जब सभी देशों की अर्थव्यवस्था ढालान की ओर थी तब भी चीनी अर्थव्यवस्था जोर पकड़े हुए थी। वहीं भारत के चीन से रिश्ते सदैव अस्थिर ही रहें हैं। और यदि भारत को चीन से व्यापार निर्भरता कम करके घरेलू निवेश के अवसरों में वृद्धि करनी है तो अमेरिका का सहयोग जरूरी होगा।
निष्कर्ष
(U.S. Secretary of state visit to India) – इन सब के बीच भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि विदेश नीति स्वार्थ पर निर्भर करती है। अमेरिका से बढ़ती निकटता के बीच भारत के रुस से संबंध फीके हुए हैं। वहीं अमेरिका के ईरान पर कड़े प्रतिबंधों से भारत को चाबहार जैसे इलाकों से अपने कदम पीछे खींचने पड़े हैं। चाबहार, भारत के लिए अफगानिस्तान के दरवाजे खोलता है। अफगानिस्तान, भारत पाकिस्तान के बीच POK से सीमा बनाता है। और POK दोनों देशों के लिए नाक का सवाल है। जो कि भारत का अभिन्न अंग है ।
क्यों चर्चा में है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
ReplyForward |