कोरोना वायरस की थर्डवेव
हाइलाइट्स of Third Wave Of Corona Virus in India
*देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
*कोविड वैक्सीन की रफ्तार धीमी।
*वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को भी संक्रमण का खतरा।
*दिसंबर तक एक करोड़ डोस देने का लक्ष्य।
भारत में कोरोना कि दूसरी लहर ठीक से गई भी नहीं और तीसरी लहर(third wave of corona virus in india) का अनुमान लगाया जा रहा है।
विशेषज्ञओ का कहना है कि अक्टूबर के अंत तक यहां अपने चरम पर होगी।
5 दिनों से कोरोना के नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं और यह संख्या हर रोज 40 लाख के पार बनी हुई है।
केरल राज्य चिंता का विषय-
नए केस में बड़े इजाफे का कारण केरल में बढ़ते कोरोना के मामले हैं, पिछले सप्ताह बुधवार को भी देशभर के 46,164 नए मामलों में अकेले केरल का योगदान 31,445 है।
तथा आधे से ज्यादा मामले केवल केरल में है और वैज्ञानिकों को आशंका है किे बड़े राज्य में इसका प्रभाव सबसे अधिक होगा।
स्थिति यह है क्या जितने लोग कोरोना से ठीक नहीं हो रहे उससे कई ज्यादा बीमार हो रहे हैं।
और आई आई टी कानपुर और आईआईटी हैदराबाद का यहां अनुमान है कि भारत में इसी महीने कोरोना की तीसरी लहरा(Third Wave Of Corona Virus in India) आ सकती है.
भारत में अच्छी स्थिति में क्या हर रोज एक लाख मामले और बुरी स्थिति में हर रोज डेढ़ लाख मामले दर्ज हो सकते हैं।
कोरोना की तीसरी पीक अक्टूबर में आने की पूरी आशंका है।
भारत में इसी वैज्ञानिकों ने दूसरी लहर का भी बिल्कुल सही अनुमान लगाया था।
क्या है टीकाकरण अभियान-
कोविड 19 टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक 48 करोड़ 93 लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं।
हालांकि इसके बावजूद काफी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं, जिससे महामारी की तीसरी लहर(Third Wave Of Corona Virus in India) का खतरा मंडराने लगा है।
वैक्सीन को नहीं माना जा सकता पूरी तरह सुरक्षित-
कोरोना को लेकर जो न्यूज़ अमेरिका से मिल रही है,उसके अनुसार कोरोना को बिल्कुल हल्के में ना लें।
अमेरिका की सीडीसी के मुताबिक जो लोग टीका लगवा चुके हैं उनको भी संक्रमित होने के पूरे आसार हैं।
वैक्सीन की दोनों डोस लेने के बाद भी वह लोगो को संक्रमित कर सकते हैं।
और वह खुद भी संक्रमित हो सकते हैं उनके शरीर में भी संक्रमण की मात्रा उतनी ही है जितना कि उनके शरीर में जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोस नहीं ली है।
अमेरिका के 1 राज्य में जहा लोगों कोरोना से संक्रमण बड़ा तब उनकी जांच करवाई गई तो उसमें से 74 लोग वह थे जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोस ली थी यानी के यह लोग फुल वैक्सीनेटेड थे।
हालांकि इन लोगों में बहुत कम लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ी।
इसलिए अगर आपको वैक्सीन लग भी चुकी है तो भी आपको बिल्कुल लापरवाह होने की जरूरत नहीं है.
क्योंकि तब पर भी आप दूसरों को उतनी ही तेजी से संक्रमित कर सकते हैं जितना कि वह लोग जिनको वैक्सीन नहीं लगी है ।
दुनिया की क्या स्थिति है कोविड को लेकर-
अमेरिका में हर रोज 80000 नए मामले दर्ज हो रहे हैं और चीन के बीच 27 शहरों में भी यह संक्रमण फैला हुआ है।
यह डेल्टा वैरीअंट चीन के 27 और पूरी दुनिया के करीबन 132 देशों में या डेल्टा वैरीअंट फैला हुआ है।
डेल्टा की वजह से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में सख्त लौंडा लागू कर दिया गया और वहां की सेनाओं को और सड़कों पर उतार दिया जाए ताकि लोग अपने घरों से बाहर ना निकले।
दुनिया भर के बैग 90% वैज्ञानिकों ने यह माना है।कोरोना वाले सभी लंबे समय तक रहेगा।
यानी तीसरी तो क्या 30 लहर आने की भी आशंका है।
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क्या है डेल्टा प्लस वैरीअंट (Third Wave Of Corona Virus)
अभी तक दुनिया में कई वैरीअंट आ चुके हैं इसलिए वैरीअंट को लेकर ज्यादा परेशान होने की और चिंताजनक होने की जरूरत नहीं है।
जरूरत है तो बस इससे सतर्क रहने की और इससे बचने के उपाय करने की।
इसको रोकने के लिए हमें कोविद एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना होगा।
अगर यहां यह पालन करते हैं तो कोई भी कोई भी वैरीअंट आए हम सुरक्षित रहेंग।
तीसरी लहर की पीक-(Peak Of Third Wave Of Corona)
कोरोना की दूसरी लहर मई में अपने चरम पर थी। तीसरी लहर (Third Wave Of Corona Virus in India) आने का पूरा अनुमान है लेकिन यह दूसरी लहर के मुकाबले कम घातक होने की आशंका है।
आईआईटी-कानपुर के वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल विशेषज्ञों ने कहा कि अगर कोई नया वायरस नहीं निकलता है तो यह दूसरी लहर के यह तुलना में कम घातक हो सकती है।
ताजा मामले में केवल दैनिक मामलों की सीमा को 1-1.5 लाख तक लाया गया है.
ताजा आंकड़ों के साथ, दैनिक संक्रमण एक लाख के दायरे में और कम होने की उम्मीद है।
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देशभर में क्या स्थिति है टीकाकरण की-
क्या देश भर में टीकाकरण का काम बहुत तेजी से चल रहा है? सरकार ने पिछले हफ्ते बुधवार को जो आंकड़े जारी किए हैं.
उसके मुताबिक 80,40,407 लोगों का टीकाकरण किया गया और इस तरह अब तक वैक्सीन की 60 करोड़, 38 लाख, 46 हजार, 475 वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
अगर इन आंकड़ों को देखा जाए तो 31 दिसंबर तक पूरी आबादी को टीका लगवाना संभव नहीं है।
अगर टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करना है तो आज से हर रोज एक करोड़ डोस लगवाने होंगे।
वैक्सीन ना लगवाने वालों के लिए क्या ज्यादा खतरनाक है तीसरी लहर-
कोरोना की दूसरी लहर ने पहली लहर से भी ज्यादा कहर मचाया था।
यह तो हम लोग देख ही चुके हैं।लाखो लोग संक्रमित हुए और लाख लोगों की जान गई।
अभी की स्थिति को देखते हुए लोग बेपरवाह सड़कों पर घूम रहे हैं।
मॉल, शॉपिंग इत्यादि अपने सारे ही काम कर रहे हैं परंतु अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि वैज्ञानिकों का कहना है जिन्होंने वैक्सीन की डोस नहीं लगवाई है।
उनको तीसरी लहर (Third Wave Of Corona Virus) से ज्यादा खतरा हो सकता है।
अभी तक पूरी दुनिया भर में 50 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं परंतु अभी भी यहां टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है।
इसलिए सतर्क रहें और वैक्सीन की डोस अवश्य लें।
क्या बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा है तीसरी लहर से–
कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona Virus in India) का पिक अक्टूबर में चरम पर होने की संभावना है।
परंतु इस बात का साक्ष्य नहीं मिलता कि इससे बच्चे को ज्यादा संक्रमण होगा।
लेकिन बात यह है कि बच्चों को अभी तक वैक्सीन डोस नहीं मिला है।
इसलिए उनको सतर्क रहने की आवश्यकता है।हालांकि केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा,कोरोना के चलते जो बच्चे अस्पताल में एडमिट हुए थे।
उनमें 60-70% बच्चों की इम्युनिटी कमजोर थी तथा अन्य बीमारी से संक्रमित थे।
और उनमें हल्के लक्षण भी थे इसलिए अति आवश्यक है कि बच्चों का स्पेशल ख्याल रखा जाए।
उनको भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना ले जाया जाए इसलिऐ थर्डवेव आने पर बच्चे अधिक चिंता का विषय बने हुए हैं।
डरने से ज्यादा जरूरी है सतर्क रहना-
तीसरी लहर (Third Wave Of Corona Virus in India ) को लेकर काफी कंफ्यूजन भी है और काफी अकवाये भी पर डरने की नहीं सतर्क रहने की ज्यादा जरूरत है
क्योंकि जनता को यह समझना होगा कि कोरोना पूरी तरीके से गया नहीं है।
इसलिए भीड़भाड़ वाली जगहों पर ज्यादा ना जाए और जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले मार्स जरूर लगाएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
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