Russian The Checkmate fifth generation stealth fighter aircraft
रुस का नया हथियार The Checkmate
शक्तिशाली हथियार निर्माण और व्यापार के लिए मशहूर रूस ने 5th generation के हल्के सिंगल-इंजन फाइटर जेट “The Checkmate” का प्रदर्शन एयरोस्पेस शो MAKS-2021 में किया गया। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को में मंगलवार को MAKS एयरोस्पेस शो में The Checkmate के प्रोटोटाइप का दौरा किया।
विमान कम दृश्यता, उच्च उड़ान और पायलट के स्थान पर Artificial intelligence की मदद से संचालित किया जाएगा। निर्यातक कंपनी Rostec State Corporation का दावा करती है।
पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट
रोस्टेक के सीईओ सर्गेई चेमेज़ोव ने कहा कि
Checkmate में रूस के पांचवीं पीढ़ी के हैवीवेट ट्विन-इंजन फाइटर SU -57 के समान इंजन और उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा, जो नए जेट के त्वरित विकास के लिए उपयोगी होगा।
उन्होंने कहा कि एक चेकमेट की कीमत 25-30 मिलियन अमेरिकी डॉलर होगी, जिससे यह अंतरराष्ट्रीय हथियार बाजार में अपेक्षाकृत सस्ती हो जाएगी।
2026 तक होगा तैयार
विमान को डिजाइन करने वाली, सुखोई डिजाइन ब्यूरो Sukhoi design bureau ने दावा किया कि चेकमेट श 2023 में अपनी पहली उड़ान भरेगा और डिलीवरी 2026 तक शुरू हो सकती है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि नया विमान 7.5 टन तक हथियार ले जाने में सक्षम होगा।
एक सरकारी मीडिया पर रूसी उप प्रधान मंत्री यूरी बोरिसोव ने कहा कि चेकमेट मुख्य रूप से निर्यात के लिए होगा।
बोरिसोव ने बताया पहले इसका निर्माण भारत, वियतनाम और अफ्रीकी देशों को ध्यान में रखते हुए होगा। इन विमानों की मांग काफी अधिक है, निकट भविष्य में कम से कम 300 विमानों के निर्यात का अनुमान है।
बोरिसोव ने यह भी माना कि नए विमान की निर्यात सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसका विकास कितनी जल्दी पूरा हुआ।
क्या भारतीय वायुसेना खरीदेगी checkmate?
रुस, भारत को Checkmate के बड़े खरीददार के तौर पर देख रहा है। यह एक नया स्टील्थ फाइटर stealth fighter होने के अलावा अन्य कई कारणों से विशेष है। यह सोवियत संघ के पतन के बाद से रूस द्वारा विकसित पहला नया एकल इंजन लड़ाकू विमान है। सोवियत संघ के पतन के बाद से, रूसी वायु सेना और नौसेना ने मुख्य रूप से Su-27 और MiG-29 डिजाइनों पर आधारित दो इंजन वाले लड़ाकू विमानों का उपयोग करती आ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, रूस की विशाल सीमाओं पर गश्त के दौरान इंजन के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में अधिक सुरक्षा मार्जिन को देखते हुए रूसी सेना ने दो इंजन वाले विमानों को प्राथमिकता दी।
स्वदेशी या विदेशी?
फरवरी में एक साक्षात्कार के दौरान भारतीय वायु सेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने AMCA The Advanced Medium Combat Aircraft के भरोसे पर बल दिया था। AMCA 2025-26 तक अपनी पहली उड़ान भरने वाला है। भदौरिया ने बताया था कि DRDO ने स्टील्थ फाइटर के निर्माण के लिए 2027 से 2030 का अनुमान लगाया है। अगर से सही रहा, तो फाइटर जेट को 2032 तक स्क्वाड्रन के रूप में भारतीय वायुसेना में सक्रिय रूप से शामिल किया जा सकता है।
भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायु सेना 6th generation की प्रौद्योगिकियों को शामिल करने के लिए उत्सुक है। जिसकी उम्मीद AMCA से लगाती जा रही है।
भदौरिया ने माना जा कि “AMCA, निर्देशित ऊर्जा हथियारों, बेहतर एंटी-मिसाइल सिस्टम, उन्नत मिसाइल दृष्टिकोण चेतावनी प्रणाली, और मानव रहित सिस्टम के साथ जोड़ने की संभावना है।”
ऐसे में Checkmate को खरीदना इस बात पर निर्भर करता है कि वह कब तक तैयार होता है। क्योंकि भारत को यदि फाइटर जेट खरीदना है तो उसके पास यूरोप अमेरिका के साथ साथ कई स्वदेशी विकल्प भी मौजूद हैं। यदि समय पर रुसी फाइटर जेट तैयार हो जाता है तो भारतीय वायुसेना में शामिल किए जाने पर विचार किया जा सकता है।
लागत बढ़ने की संभावना और विकास में संभावित कठिनाइयों के अलावा, भारतीय वायु सेना को उन स्वदेशी परियोजनाओं पर भी ध्यान देना होगा जो विकास में हैं। इसमें मीडियम वेट फाइटर (MWF), तेजस पर आधारित सिंगल-इंजन फाइटर और एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) शामिल हैं, जो स्टील्थ फीचर्स के साथ भारी ट्विन-इंजन एयरक्राफ्ट है।