New Prime Minister Of Nepal 2021

शेर बहादुर देउबा होंगे नेपाल के नए प्रधानमंत्री KP Sharma Oli replace as PM
लंबे समय से नेपाल की राजनीति में चले आ रहे संकट में एक नया मोड़ आ चुका है। जिससे एक लंबे सियासी संकट पर विराम लगने की उम्मीद जताई जा रही है। कल नेपाल की शीर्ष अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि दो दिनों के भीतर नेपाल के मौजूदा प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को हटाकर बहादुर देउबा को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया जाए। New prime minister of nepal
क्यों शुरू हुआ राजनीतिक संकट? (Nepal Political crisis in Hindi)
इस विवाद की शुरुआत होती है पिछले वर्ष 15 दिसंबर को लाए गए एक अध्यादेश से। इस अध्यादेश में नेपाल की संवैधानिक परिषद के संबंध में अहम परिवर्तनों को शामिल किया गया। जिसे राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सहमति देकर पास कर दिया। लेकिन कुछ तबकों को यह बात रास नहीं आई। और इस फैसले का कड़े तौर पर विरोध देखने को मिला। नेपाल में संवैधानिक संकट जैसे हालात पैदा हो गए।
इस अध्यादेश के लागू होने पर प्रधानमंत्री के अध्यक्षता वाले संवैधानिक परिषद के सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव किया जा सकता था। केपी शर्मा ओली पर आरोप है कि वह इस परिषद में अपने पसंदीदा सदस्यों की नियुक्ति करके संवैधानिक आदर्शों को क्षरित करना चाहते हैं।new prime minister of nepal
सत्तारूढ़ दल के नेता कमल दहल प्रचंड कई अन्य लोगों ने इस बात का विरोध किया। लगातार बढ़ते राजनीतिक विरोध ने केपी शर्मा ओली को बैकफुट पर ढकेल दिया।
जिसके चलते प्रधानमंत्री ओली के इशारे पर नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने राजनीतिक अस्थिरता का हवाला देकर नेपाली संसद को भंग कर दिया था। तथा अप्रैल,मई में नये आम चुनाव करवाने की घोषणा कर दी। इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जिसका फैसला सोमवार को सुनाया गया।
वर्तमान विवाद की जड़ें (Reason behind Nepal Political crisis)
नेपाल वर्तमान में दशकों के बाद तीन साल पहले केपी शर्मा ओली और कमल दहल प्रचंड ने अपने दलों का विलय कर चुनाव लड़ा। दो तिहाई बहुमत प्राप्त कर इन दलों ने प्रधानमंत्री पद हेतु केपी शर्मा ओली के नाम पर सहमति जताई। सरकार का गठन हुआ। लेकिन शुरुआत से ही इस सरकार में स्थायित्व की कमी नजर आ रही थी। जिसकी सबसे बड़ी वजह सत्ताधारी दल में चल रही आंतरिक रस्साकसी को माना जा रहा था। प्रचंड और ओली के मतभेद कुछ ही दिनों में सामने आने लगे। प्रचंड ने कई बार पार्टी मीटिंग में ओली पर तानाशाही जैसे गंभीर आरोप भी लगाये। संगठन ने की सुलह के प्रयास किए जो कि अधूरे ही रहे।new prime minster of nepal
भारत पर नेपाल राजनीति का असर (How Nepal Politics Affects India)
यह हिमालयी देश भारत और चीन के बीच बफर स्टेट का काम करता है। सामरिक बढ़त हासिल करने के उद्देश्य इन दोनों देशों के बीच चीन को अपने पक्ष में करने की होड़ मची रहती है। साथ ही इनके सीमा विवाद भी जगजाहिर है। कालापानी विवाद के चलते नेपाल और भारत के बीच सबकुछ सामान्य नहीं है। केपी शर्मा ओली का झुकाव भी चीन ओर अधिक है। जिससे भारत नेपाल के आंतरिक मामलों में विशेष रुचि नहीं दिखा रहा है।
जबकि चीन भारत की उदासीनता का फायदा उठाना चाह रहा है। साथ ही अधिनायकवाद की नीति को नेपाल में स्थापित करना चाह रहा है। नेपाल में चीन विरोधी समूह सक्रिय रूप से चीन का तथा ओली की नीतियों का विरोध कर रहे हैं जो कि लोकतंत्रिक असंतुलन का कारण बना हुआ है।
इस प्रकार नेपाल के नए प्रधानमंत्री (new prime minister of nepal ) शेर बहादुर देउबा बने, आशा करता हूँ की आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी new prime minster of nepal के बारे में पसंद आयी होगी अगर आयी है तो कृपया कर इसे शेयर करे ताकि ये जानकारी अन्य लोगो तक पहुंच सके।