तकनीक आज की मानव सभ्यता के लिए पंखों के समान काम कर रहीं है। जिसकी मदद से मानव आज किसी पर्याय तक स्वछंदता से पहुंच के लिए संभावना को कायम कर रहा है। जिस प्रकार प्राचीन युग में लोहे के अविष्कार ने मानव को भोजन और अजिविका के साधनों के अलावा अन्य अविष्कारों के बारे में सोचने का अवसर दिया था।
उसी प्रकार आज मानव ने तकनीक और विज्ञान की मदद से ऐसे कई उपकरणों का विकास कर लिया है जिन्होनें मानव के दैनिक क्रियाकलापों को आसान बना दिया है। जिससे मानव को अतिरिक्त समय मिला है, नवाचारों को अपनाने के लिए।

इसी प्रकिया में मनुष्य ने अनेकों गैजेट्स जैसे, जिसमें स्पेस कार, स्पेस कैप्सूल, ड्रोन आदि शामिल हैं। हाल ही के उदाहरण की बात करे तो दुनिया के सबसे अमीर शख्स और अमेजन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस एक विशेष यान की मदद से अंतरिक्ष में गैर गुरूत्वीय क्षेत्र की यात्रा करने पहुंचे थे। गौरतलब है कि इस विशेष यान को जैफ बेजोस की ही कंपनी ब्लू ओरिजिन ने बनाया था।
नए ड्रोन नियम 2021 (new Drone Rules 2021) की आवश्यकता क्यों?
इसी तकनीक का प्रयोग कुछ देशों ने अपनी रक्षा के लिए भी किया है। जिसमें बात की जाए इजरायल की तो उसने आयरन डोम जैसी तकनीक का विकास करके फिलस्तिनियों द्वारा दागी जाने वाली मिसाइलों को हवा में ही नष्ट करने की क्षमता हासिल की है।
लेकिन जिस हथियार से दुश्मन पर वार किया जा सकता है, वह खुद को भी घायल कर सकता है। तकनीक का प्रयोग भी ऐसा ही कुछ है। जिस तकनीक से कुछ वर्ग अपनी आत्मरक्षा के विकल्प तलाश रहें हैं। तो उसी तकनीक की मदद से कुछ वर्ग विनाशकारी हथियारों का भी निर्माण कर रहें है। जो दुनिया के अलग अलग हिस्सों में तबाही का कारण बन रही है।
ड्रोन क्या है? What is a Drone? Drone Rules 2021
ड्रोन, विज्ञान का अनूठा अविष्कार। इसे बिना पायलट वाला विमान या अंतरिक्ष यान कहा जाता है। ड्रोन को Unmanned Aerial Vehicle (UAV) भी कहा जाता है। इसे युद्ध में उन क्षेत्रों में प्रयोग किया जाता है जहां पायलट का पहुंचना कठिन या जानलेवा हो सकता है। इसे भवनों के निरीक्षण, कृषि भूमि ट्रैकिंग तथा मानचित्रण के लिए उपयोग में लाया जाता है।
आमतौर पर आपने ड्रोन का प्रयोग ऊंचाई से ली जाने वाली तस्वीरों और वीडियोज लेने में किया होगा या देखा होगा। जो साधारणतय उचित प्रयोग भी है। लेकिन पिछले कुछ वक्त से कुछ चरमपंथ समर्थक या अन्य अशांति चाहने वाले समूहों द्वारा ड्रोन का प्रयोग अटैक करने के लिए किया जाने लगा है। इसी कड़ी में पिछले कुछ वक्त से ड्रोन अटैक नामक शब्द अधिक प्रचलन मे आया है।
ड्रोन अटैक चर्चा में क्यों हैं?
अभी हाल ही में अमृतसर के एक गांव में ड्रोन के माध्यम से टिफिन की शक्ल में 2 से 3 किलो भरे आरडीएक्स से भरा बम गिराया गया। इससे पहले जम्मू कश्मीर के श्रीनगर इलाके में भारतीय वायुसेना के एयरबेस पर ड्रोन से हमला किये जाने की खबर सामने आई थी। जिसमें पाकिस्तान का हाथ होने की आशंका भी जताई गई थी। साथ ही कश्मीर के कई इलाकों मे भी ड्रोन से संदिग्ध देखरेख के मामलें सामने आए थे। इसके बाद कई इलाकों को नो ड्रोन जोन के रूप में भी चिन्हित किया गया था।
ऐसी ही ड्रोन गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु नागरिक एंव उड्डयन मंत्रायल ने Drone Rules 2021 का मसौदा प्रस्तुत किया है। यह मार्च में जारी Unmanned Aircraft System (UAS Rules) 2021 की जगह लेगा।
किन पर लागू होंगें नए ड्रोन नियम 2021(Drone Rules 2021)
वह व्यक्ति जिनके पास ड्रोन को रखने, उन्हें निर्यात करने का मलिकाना हो तथा जो ड्रोन्स का आयात या कारोबार करना चाहते ऐसे सभी व्यक्तियों पर यह नियम प्रभावी होगें। नियमों के दायरें में वे व्यक्ति भी शामिल होगें जो ड्रोन को पट्टे पर देने, इसके प्रचालन में, हस्तांतरण में या देख- रेख में शामिल पाये जाएंगे। यह नियम उन सभी ड्रोन के लिए बाध्यकारी होगें भारत में या भारत के ऊपर से उड़ान भर रहे होंगे।
इसके अतिरिक्त ड्रोन को पंजीकृत करने या उड़ान की अनुमति प्राप्त करने के लिए डिजीटल स्काई प्लेटफॉर्म business-friendly single-window online system से विशिष्ट पहचान संख्या (Unique Identification Number- UIN) और उड़ान योग्यता प्रमाण (certificate of airworthiness) प्राप्त करना आवश्यक है।
डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म (Digital Sky Platform) क्या है? Drone Rules 2021
यह ड्रोन संचालन के लिए संतुलित और मानकीकृत प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिये MoCA की एक पहल है। जो भारतीय भोगौलिक ड्रोन प्रौद्योगिकी के संचालन का समर्थन करता है। उड़ान अनुमति को डिजिटल रूप से सक्षम करने और मानव रहित विमान संचालन तथा यातायात का कुशलता से प्रबंधन करने हेतु डिज़ाइन किया गया है। डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म पर कम से कम मानवीय हस्तक्षेप होगा। इसमें अधिकांश अनुमतियाँ आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से दी जाएंगी।
ड्रोन उड़ाने के लिए इन नियमों का करना होगा पालन। What is Drone Rules 2021
Drone Rules 2021 के अनुसार उड़ान योग्यता प्रमाण पत्र को भारतीय गुणवत्ता परिषद् की सिफारिश पर उसके द्वारा संचालित एजेंसी या केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। इन प्रमाण पत्र को और अनुमति को प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष शर्तों को पालन करने की आवश्यकता होगी। भारतीय गुणवत्ता परिषद् की सिफारिश पर केन्द्र सरकार पर Specified Certification Standards के नाम से ड्रोन प्रमाण पत्र के मानकों को तैयार करेगी।
ये मानक भारत में निर्मित प्रोद्यौगिकी और क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम को बढ़ावा देने का काम करेंगे। उड़ान योग्यता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए डिजीटल स्काई प्लेटफार्म पर आवेदन किया जा सकता है। हालांकि मसौदे में राष्ट्रहित और अनुसंधान जैसे कुछ विशेष मामलों में बिना प्रमाण पत्र के भी ड्रोन संचालन की अनुमति प्रदान का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा ड्रोन के घटक सामग्री के आयात को विदेश व्यापार महानिदेशालय के द्वारा विनियमित किया जाएगा।
Why the new drone rules 2021 are important
Drone Rules 2021 का मसौदा यह सुनिश्चित करता है कि ड्रोन का प्रयोग किसी व्यक्ति, समूह या उसकी हानि के लिए नहीं किया जाएगा। साथ ही चालक ड्रोन पर लगाने के लिए उन्हीं अतिरिक्त उपकरणों को प्रयुक्त कर पाएगा जो केन्द्र सरकार द्वारा अधिसूचित किये गए हैं।
No Permission No Takeoff (NPNT) के ड्रोन परिचालन के कुछ नियम तय किये जाएंगे। जिसके अंतर्गत रियल टाइम ट्रैकिंग और जियो फेसिंग जैसे विकल्पों को अपनाया जाएगा।
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Why the need for the new Drone Rules 2021 regulations?
आयातित ड्रोन और ड्रोन के कलपुर्जों आदि को DGCA यानि Directorate of Civil Aviation के तहत अधिसूचित करना अनिवार्य होगा। भारत में निर्मित ड्रोन तथा स्थानीय उपयोगकर्ता को इस प्रकार की कोई बाध्यता नहीं होगी। भारत में पंजीकृत विदेशी निर्माता कंपनियों को भी इस नियम में छूट प्रदान की जाएगी।
Drone Rules 2021 के इस मसौदे में जुर्माने की राशि को घटाकर अधिकतम एक लाख रुपए कर दिया गया है। मसौदे में ड्रोन निर्माण में माल ढुलाई करने वाले कामगारों के लिए विशेष व्यापारिक गलियारे बनाने की भी योजना है। साथ ही व्यापार के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए एक ड्रोन संवर्धन अधिनियम को भी स्थापित किया जाएगा।
Drone Rules 2021 का मसौदा उद्योगों के लिये ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस प्रदान करता है। पहले जहां पंजीकरण के लिए 25 फॉर्म भरे जाने की आवश्यकता होती थी उनकी संख्या अब 5 हो गयी है। साथ ही रिमोट-पायलट लाइसेंसिंग के बारे में स्पष्टता प्रदान की गई है। तथा ड्रोन के बीमा का भी ध्यान रखा गया है।