Introduction(National Science Day 2022 Theme) :-
जैसा कि हम सब जानते हैं विज्ञान एक अहम पहलू है हमारे अस्तित्व को साबित करने का। किसी चीज पर भरोसा हो या ना हो लेकिन विज्ञान से कोई इनकार नहीं कर सकता।विज्ञान के ही कारण हम वास्तविकता से अवगत हुए हैं। पूरी दुनिया विज्ञान पर आधारित है और विज्ञान से ही जुड़ी है यहां तक कि हम खुद भी।
विज्ञान की मदद से लोगों ने ना जाने कितनी वस्तुओं व तकनीकों का आविष्कार कर लिया है और हमारे जीवन को आसान बनाने के लिए अनेकों सुविधाएं प्रदान की शायद इसी लिए दुनिया भर में विज्ञान व विज्ञान के खोजकर्ताओं (वैज्ञानिकों) को सर्वश्रेष्ठ महत्व दिया जाता है।
वर्तमान में भी नई तकनीकों को खोजने व उसके उपयोग के लिए प्रयास व प्रक्रियाएं जारी है। विज्ञान के कारण ही इंसान का अंतरिक्ष तक पहुंच पाना संभव हुआ है। विज्ञान हमारे जीवन में कितनी अहम भूमिका निभाता है इस बात की जानकारी दुनिया के हर व्यक्ति को होनी चाहिए इसलिए प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय, अन्तरराष्ट्रीयव विश्व स्तर परविज्ञान दिवस मनाया जाता है जिससे कि प्रत्येक व्यक्ति तक यह संदेश पहुंचाया जा सके विज्ञान के बिना लगभग सब कुछ असंभव है। तो आज हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर चर्चा करेंगे इसलिए लिखकोअधूरा ना छोड़े।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(National Science Day)
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राष्ट्रीय स्तर पर अर्थात भारत भर में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण दिवस है। विज्ञान के अस्तित्व को बनाए रखने तथा विज्ञान कीमहत्वता बनाने के लिए इस दिन कोदेशभर में आयोजन के तौर पर मनाया जाता है। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(National Science Day)28 फरवरी, 1987 कोcelebrate किया गया था। उसी के बाद से हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, विज्ञान से होने वाले लाभों के प्रति समाज को जागरूक करना व उनमें वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाने वाला विशेष दिवस है। इसमें हम विज्ञान के प्रति लोगो को जागरूक करते हैं क्योंकि आज भी हमारे देश में बहुत सारे लोग विज्ञान की महत्व को नहीं जानते हैं।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब और क्यों मनाते हैं?
वर्तमान से कई सालों पहले 28 फरवरी के दिन डॉ रमन सिंह जो महान भारतीय वैज्ञानिक है के द्वारा रमन प्रभाव नामक की खोज की गई थी। इस खोज की खुशी में इस दिन को यादगार बनाए रखने के लिए एक आयोजन की घोषणा की गई थी। तब से प्रति वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस सम्पूर्ण भारत में मनाया जाने लगा।
या
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) चंद्रशेखर वेंकटरमन द्वारा ‘रमन प्रभाव’ की खोज के लिए मनाया जाता है।
सन् 1928 में प्रोफेसर सी.वी रमन ने कोलकाता में एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक खोज/आविष्कार किया था जिसे रमन प्रभाव के नाम से संबोधित किया गया और उन्हें प्रसिद्धि मिली। 28 फरवरी 1930 को यह खोज प्रकाश में आई। इस महान खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। 1986 से हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस एक समारोह के रूप में मनाया जाता है।
उनके द्वारा किए गए सफल प्रयास को भविष्य में सदा के लिए याद रखने के लिए सन् 1986 में National council for science & technology communication द्वारा 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में घोषित किया गया। उस दिन से ही भारतीय विज्ञान के क्षेत्र में 28 फरवरी को यह दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने लगा।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने का उद्देश्य
- इस दिवस को प्रति वर्ष मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों व विद्यार्थियों के बीच विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा करना।
- दिवस को मनाने का एक मुख्य मकसद भी है, चंद्रशेखर रमन व उनके रमन प्रभाव को सम्मान प्रदान करना।
- वैज्ञानिक आविष्कारों की महत्वता बताना।
- जो लोग वैज्ञानिक सोच रखते हैं उन्हें विज्ञान व वैज्ञानिक क्षेत्र में मौका प्रदान करना।
- विज्ञान और वैज्ञानिक विकास पर चर्चा करना व नई तकनीकों को लागू करना।
- मानव कल्याण व प्रगति के प्रति वैज्ञानिक क्षेत्र में हर गतिविधियों, उपलब्धियों व प्रयासों को प्रदर्शित करना।
- जो बच्चे विज्ञान विषय में दिलचस्पी रखते हैं उन्हें विज्ञान क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना।
- विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में नए प्रयोगों व खोजों के लिए प्रेरित करना, उन्हें विज्ञान के प्रति आकर्षित व जागरूक करना, विज्ञान तथा वैज्ञानिकों द्वारा प्राप्त उपलब्धियों के प्रति जागरूक करना।
प्रोफेसर सी.वी रमन की कुछ personal information
डॉक्टर सी.वी रमन का जन्म 7 नवंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली क्षेत्र में हुआ था। उनके पिता का नाम चंद्रशेखर अय्यर था जो एस पी जी कॉलेज में भौतिक विषय के प्राध्यापक थे। उनकी माता का नाम पार्वती अम्मल था जो एक सुसंस्कृत घराने की थीं। रमन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा विशाखापत्तनम से प्राप्त की।
वह एक तमिल ब्राह्मण परिवार के थे और वह पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत में कोई शोध कार्य किया। वर्ष 1907 से 1933 तक वहइंडियन एसोसिएशन ऑफ द कल्टीवेशनऑफ़ साइंस, कोलकाता पश्चिम बंगाल में कार्यरत थे। उस दौरान ही उन्होंने कई विषयों पर शोध कार्य किया। इन्हीं शोध कार्यों में से एक रमन प्रभाव भी रहा जो एक विशेष खोज साबित हुई थी।
वर्ष 1928 में उन्होंने ‘प्रकाश का वितरण’ की खोज की थी जिससे वह पूरे भारत में मशहूर हो गए थे।
रमन पहले एशियाई थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वर्ष 1954 में उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।
वर्ष 1957 में उन्हें लेनिन शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का उत्सव कैसे मनाया जाता है?
इस दिन को celebrate करने के लिए देश के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आयोजन किया जाता है और सभी वैज्ञानिक बहुत उत्साहसे इस दिवस को मनाते हैं। संपूर्ण भारत के सभी स्कूलों, कॉलेजों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों पर इस समारोह का आयोजन किया जाता है। इस दिन को खास बनाने के लिए इन आयोजनों में विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है जिसमें बच्चे व बड़े सभी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अपने बेहतरीन प्रदर्शन से इस दिन को अहम बनाते हैं।
राष्ट्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तत्वावधान में हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवसमनाया जाता है।
देश के प्रत्येक वैज्ञानिक शैक्षणिक तकनीकी और अनुसंधान चिकित्सा आदि संस्थानों में यह दिवस प्रतिवर्ष बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
इस उत्सव में भाषण प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, शोध प्रदर्शन, व्याख्या, विज्ञान मॉडल प्रदर्शनियां,विज्ञान विषय व अवधारणाओं पर आधारित विज्ञान प्रदर्शनी आदि शामिल किया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) की थीम्स
2010-“दीर्घकालिक विकास के लिए लैंगिक समानता, विज्ञान व तकनीक”।
2011–“दैनिक जीवन में रसायन”।
2012–“स्वच्छ ऊर्जा विकल्प और परमाणु सुरक्षा”।
2013–“अनुवांशिक संशोधित फसल व खाद सुरक्षा”।
2014 -“वैज्ञानिक मनोवृत्ति को प्रोत्साहित करना”।
2015 –“राष्ट्र निर्माण के लिए विज्ञान”।
2016 –“देश के विकास के लिए वैज्ञानिक मुद्दों पर सार्वजनिक प्रशंसा बढ़ाने का लक्ष्य”।
2017 –“विशेष रूप से एबल्डपर्सन के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी”।
2018–“एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिकी”।
2019–“विज्ञान के लिए जन और जन विज्ञान के लिए विज्ञान”।
2020 –“विज्ञान में महिलाएं”।
2021–“एसटीआई का भविष्य, शिक्षा, कौशल व कार्य पर प्रभाव”।
वर्ष(2022) की थीम(National Science Day 2022 Theme):-
हाल ही में देश के केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) 2022 की थीम को लांच किया गया है। इस वर्ष यानी 2022 की थीम-“सतत् भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण” रखी गई है, इंग्लिश में इसे Integrated Approach in S&T for Sustainable Future कहते हैं इसका उद्देश्य है विज्ञान से संबंधित सभी मुद्दों व विषयों की सार्वजनिक तौर पर सराहना करना व बढ़ावा देना।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने आने वाले दिनों में अवसर के लिए एक राष्ट्रीय विज्ञान सम्मेलन के आयोजन की भी बात कही है।इस सम्मेलन आयोजन में केंद्र, राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को भी मुख्य तौर पर शामिल किया जाएगा जिससे कि देश में भविष्य में पैदा होने वाली समस्याओं के लिए प्रभावी समाधान पर विचार विमर्श किया जा सके।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 स्लोगन
(national science day 2022 slogan in hindi)
- नये दौर में कुछ नया कर के दिखायेंगे , विज्ञान की ताकत सबको समझायेंगे
- जो खुद को पहचान पाते हैं , वही विज्ञान को जान पाते हैं
- अब तक की सबसे बड़ी खोज विज्ञान ही है
- जिंदगी विज्ञान की तरह जितनी एक्सपेरिमेंट करोगे सफलता उतनी ही मिलेगी
- विज्ञान मानवता के लिहाज से एक खूबसूरत उपहार इसका दुरूपयोग नहीं करना चाहिए
- विज्ञान इंसान की घमंड को कम करता है
- महत्त्व जान लीजिये शिक्षा और ज्ञान का , शक्ति पहचान लीजिए विज्ञान का
लोगो द्वारा पूछे जा रहे प्रश्नों के उत्तर
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम क्या है?
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम – “सतत् भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण”
इंग्लिश में – Integrated Approach in S&T for Sustainable Future है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 कब मनाया जायेगा?
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर वर्ष 28 फरवरी को मनाया जाता है उसी प्रकार इस वर्ष भी 28 फरवरी को मनाया जायेगा।
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आशा करता ही आप सभी भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 को अच्छी तरह से मनाएंगे और एक बार फिर हमारे देश के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सी वी रमन जी को जरूर याद करेंगे यदि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी National Science Day 2022 Theme(राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 थीम ) कैसी लगी अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर व्यक्त करें।
काजल पांडेय affairsworld में एक लेखिका हैं जिनको बिज़नेस , जीवनी आदि जैसे विषय के बारे में जानकारी तथा ३ वर्षो का अनुभव भी है।
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