
क्या बिक जाएगी LIC कंपनी। जानिए क्या होगा LIC IPO के परिणाम।
केन्द्र सरकार ने भारत की बहुचर्चित कंपनी LIC के IPO करने की योजना को अमली जामा पहनाने की तैयारी की तैयारी कर दी है। हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के लिए BRLM सहित कानूनी सलाहकार, राजिस्ट्रार, शेयर ट्रांसफर एजेंट आदि की बोलियों के लिए आवेदनों को आमंत्रित किया गया है।
इससे पहले जुलाई में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने इस फैसले को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक LIC को IPO के लिए नामित किया जा सकता है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम के अनुसार LIC के IPO से केन्द्र सरकार को लगभग एक लाख करोड़ की राशि प्राप्त हो सकती है। वहीं बाजार जानकारों का अनुमान है कि LIC का IPO अबतक के भारतीय STOCK MARKET इतिहास का सबसे क्रांतिकारी IPO साबित होगा। बता दें कि LIC के IPO की MARKET VALUE 13 से 15 लाख करोड़ तक आंकी जा रही है।
क्या हैं पूरा मामला–(LIC IPO Full details in hindi)
इसकी शुरूआत बजट 2021-22 से हुई। जहां भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान LIC के दस फीसदी हिस्सेदारी को खुले बाजार में उतारने की बात कही। दरअसल वर्तमान में देश वित्तीय संकट से गुजर रहा है। इसके चलते राजकोषीय घाटे को 2.10 लाख करोड़ तक कम करने का लक्ष्य रखा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए LIC सहित कई कम्पनियों के विनिवेश करने के निर्णय लिया गया। जिसमें में LIC के विनिवेश की अहम भूमिका है।
IPO kya hai, (What is LIC IPO in hindi)–
जब किसी कंपनी को व्यापार में वृद्धि करने के लिए अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता होती है, तब कंपनी के पास दो विकल्प होते या तो बाजार से ऋण लेकर अपनी कंपनी में निवेश करें, या IPO के माध्यम से पूंजी जुटाए। IPO का मतलब है Initial Public Offering यानि कंपनी के शेयर्स को सीधे खुले बाजार में उतारना। इन शेयरों को जब निवेशक खरीदता है तो कंपनी को पूंजी प्राप्त हो जाती है।
भारत में IPO के लिए SEBI द्वारा कुछ मानदंड निर्धारित किए गए हैं। जिनका पालन करना अनिवार्य है। IPO की प्रक्रिया में फर्म अपने अनुसार शेयर के दामों को निर्धारित कर सकती है। कंपनी की Balance Sheet, Goodwill और Market Cap आदि के अनुसार कंपनी को शेयर्स की कीमतों पर प्रीमियम प्राप्त होता है।
1956 में निर्मित LIC की कुल संपत्ति लगभग 40 लाख करोड़ है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यह दशक का सबसे बड़ा IPO हो सकता है। IPO के बाद LIC, Reliance और TSC जैसी महारथी कंपनियों को भी पीछे छोड़ सकती है। वर्तमान में LIC में लगभग 30 करोड़ पॉलिसी धारक हैं। आपको बता दें कि IPO के बाद इन पॉलिसी धारकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। और जब कंपनी खुले बाजार में निवेश के लिए उपलब्ध होगी तो इसकी ख्याति को देखते हुए इसमें निवेश करना एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है।
तो क्या बिक जाएगी LIC
पिछले कुछ सालों में निजीकरण वर्तमान सरकार का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रहा है। कुछ अफवाह यह भी है कि अब LIC निजी हाथों में जाने से हितधारकों को बड़ा नुक़सान झेलना पड़ सकता है। तो यह जानना जरूरी है कि LIC पुरे तरीके से निजी हाथों ज्ञान नहीं था रही है बल्कि कंपनी में से सरकार अपनी कुछ हिस्सेदारी मात्र बेच रही है। जिससे वह वर्तमान वित्तीय घाटे से निपटने के लिए कुछ पूंजी प्राप्त कर सके।
इन सब के बीच यह जानना बेहद जरूरी है कि सरकार LIC का विनिवेश कर रही है ना कि निजीकरण। वर्तमान में सरकार के पास सौ फीसदी हिस्सेदारी है जिसमें से केवल 10 फीसदी स्वामित्व को Stock market में लिस्ट करने की तैयारी है।