IRCTC Share Quarterly Results- 12 अगस्त को आईआरसीटीसी ने अपने क्वाटर विंग के रिज़ल्ट की घोषित की इसके बाद इसके स्टॉक में जबरदस्त तेज़ी देखने को मिली, आईआरसीटीसी रेलवे की एक सहयोगी कंपनी है. जो की ऑनलाइन टिकेट की एक बुकिंग करती है साथ ही कटरिंग का सर्विसिंग , रेल नीर की सुविधा, घूमने फिरने के लिए होटेल बुकिंग आप इस अप्लिकेशन के ज़रिए कर सकते है.
जून को ख़त्म हुई तिमाही जिसको क्वाटर भी कहते है, इसमें रेलवे को सालाना आधार पर 85.5 फीसदी का मुनाफ़ा देखने को मिला है.

क्वाटर विंग का रिज़ल्ट (IRCTC Share Quarterly Results)
- कंपनी का फेस वॅल्यू पहले 10 रुपये था जो अब स्पिलिट होकर २ रुपये पर आ जाएगा.
- यदि आपके पास इसका स्टॉक है, तो वो भी स्पिलिट हो जाएगा.
- अभी शेयर कर प्राइस 2600 के पार चल रहा है, स्पिलिट की वजह से एक के बदले आप को पाच शेयर मिल जाएगा.
- स्टॉक का प्राइस अब आप 5 से भाग का सकते है.
- कंपनी का टोटल कमाई इस क्वाटर में 25.794 लाख है.
- पिछले क्वाटर में ये कमाई 35,794 लाख था
- पिछले साल कंपनी का कमाई करोना के कारण कम थी.
- कंपनी की सब चेज़ो को हटा के टोटल कमाई इस क्वाटर में 8,252 लाख का है.
- पिछले क्वाटर में यही प्रॉफिट 10,669 लाख का था.
- लॉस की बात करे तो 2660 लाख का लॉस हुआ था.
कंपनी को कहा कहा से रेवेन्यू जेनरेट हुआ है(IRCTC Share Quarterly Results)
- आईआरसीटीसी चार सेगमेंट में रेवेन्यू बना पाता है.
- केटरिंग में 5671 लाख का
- रेल नीर वॉटर प्लांट है, जो उसके ज़रिए कंपनी ने 2936 लाख रुपये का प्रॉफिट कमाया है.
- टिकेट बुकिंग से कंपनी को काफ़ी मुनाफ़ा देखने को मिला क्यूकी करोना काल के बाद फिर से रेल चलने लगी है.
- बुकिंग से कुल 14.779 लाख का प्रॉफिट हुआ है.
- लेकिन टूरिजम से सबसे कम कमाई हुई है, जो की 741 लाख है.
- 23,336 लाख रुपये का कुल रेवेन्यू आया है.
स्टॉक की चाल क्या होगी ?(IRCTC Share Quarterly Results)
इस बात की भी बात करना ज़रूरी है की कंपनी ने किस प्रकार से रिटर्न दिया है, एक महीने के डाटा के अनुसार 18 पर्सेंट के आस पास कंपनी ने रिटर्न दिया है, 6 महीने में यही रिटर्न 56 पर्सेंट हो जाता है.
इस साल का मिला कर 86.56 पर्सेंट रिटर्न आया है और अगर ओवरॉल रिटर्न की बात करे जब ये कंपनी लिस्ट हुई थी उसके बाद कंपनी ने 285 पर्सेंट का जबरदस्त कमाई कर के रिटर्न दिया है.
अपने मोनोपोली व्यवसाय की वजह से ये कंपनी काफ़ी लोकप्रिय है. जिस तरह से लॉकडाउन ओपन हुआ है, सब कुछ धीरे धीरे खुल रहा है, उस हिसाब से कंपनी के शेयर में लगातार तेज़ी देखने को मिल सकती है.
इस व्यवसाय का कोई भी कॉंपिटिटर मार्केट में ना होने के कारण भी इसके शेयर काफ़ी तेज़ी से बढ़ते है.
स्पिलिट क्यू किया जा रहा है ?
- शेयर स्पिलिट कहते है, जब कंपनी अपने कुल हिस्सो के प्रतिशत को कुछ हिस्सो में बाटती है.
- स्पिलिट की वजह से 10 रुपये की फेस वॅल्यू वेल शेयर हो जाएगा 2 रुपये का तो इसका मतलब आपके एक शेयर बन जाएगे 5 शेयर मिल जाएगे, 10 शेयर है तो 50 और 100 है तो 500 मिल जाएगे.
- स्पिलिट होने के साथ इसका करेंट मार्केट प्राइस भी मैनेज हो जाता है.
- इससे एक प्रकार का प्रॉफिट ये हुआ की जो लोग अभी महेगे शेयर नही खरीद पा रहे है.
- स्पिलिट होने के बाद इसे खरीदना आसान हो जाएगा इसकी लिक्विडिटी बढ़ जाएगी.
स्टॉक खरीदने का सही समय है या नही ?
एंट्री ली जा सकती है, लेकिन आपको यहा गिरावट भी देखने को भी मिल सकती है, प्रॉफिट बुकिंग भी देखने को मिल सकता है, ये नीचे आ सकता है, तो लोग नीचे भी इसे भी खरीद सकते है, स्पिलिट को लागू होने में लगभग 3 महीने का समय लग सकता है.
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स्पिलिट कब तक लागू होगा ?
आईआरसीटीसी की माने तो इससे 3 महीने अभी लागू होने में लग सकता है, दो महीने के बाद भी खरीदेगे तो स्पिलिट के लिए ही खरीदेगे
आईआरसीटीसी का के कहना है ?(IRCTC Share Quarterly Results)
कंपनी का कहना है विभाजन बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने में मदद मिलेगी शेयर धारको को भी विस्तार करने का मौका मिलेगा .
कंपनी के साथ नये एवं छोटे निवेशक जुड़ सकेगे स्टॉक भी खरीद सकेगे, शेयर की कीमत विभाजन के बाद 25,00,00,000 से बढ़कर 125,00,00,000 हो जाएगी
करोना की वजह से हुआ था घाटा (IRCTC Share Quarterly Results)
कंपनी को पिछले क्वाटर में 35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, ये वो समय था जब सारा देश कारोना महामारी का सामना कर रहा था, सारे देशवासी अपने घरो में क़ैद थे.
जिससे रेलवे भी पूरी तरह रुक गई थी. हलकि रेलवे ने स्पेशल सेवाए आरंभ की थी जिससे प्रवसिए मजदूर और घर जाने वाले अपने घर जा सके पर केटरिंग और पानी की व्यवस्था को तब भी भारी गिरावट देखने को मिली थी.
अब जब धीरे धीरे सब वापस अपने रास्ते पर आ रहा है. तो रेलवे ने ये कदम उठाया है. जिससे काफ़ी लोगो को फ़ायदा होगा और बाज़ार में रेलवे की जगह मजबूत होगी पिछली तिमाही मैं कारोना के कारण 24.60 करोड़ रुपय का घाटा हुआ था.
आईआरसीटीसी क्या है?
भारत का रेल नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े रेल नेट वर्क में से एक है, जसिमें अलग अलग इकाइया मौजूद है, जैसे कटरिंग, ऑनलाइन टिकेट बुकिंग और पर्यटन, इसके ज़रिए लगबग 6 लाख लोग रोज इसका मुनाफ़ा उठाते है.
इसकी बुकिंग सेवा दुनिया की सबसे बड़ी टिकेट बुकिंग सेवा है. भारत दुनिया में अपनी आबादी के अनुसार दूसरा सबसे बड़ा देश है. जिसमें यात्रा करने के लिए रेलवे में होड़ लगी रहती है.
इसका मुख्यालाय दिल्ली में है और वही से ये देश के सारे रेलवे के काम निपटारा करता है. इस कंपनी के द्वारा आप फ्लाइट बुकिंग का भी आनंद ले सकते है, शादी के वक़्त ट्रेन का पूरा डिब्बा भी बुक कर सकते है.
ये हमे प्राइवेट गाडिया भी उपलब्ध करता है. जो रैलवे ने हाल ही में उपलब्ध करवाया है, हमे हॉलिडे पॅकेज की जानकारी और तरह तरह के ऑफर और गिफ्ट भी मिलते है.
आईआरसीटीसी के मुनाफ़े (IRCTC Share Quarterly Results)
इसके ज़रिए आप रेलवे स्टेशन जाए बिना घर बैठे ही टिकेट बुक कर सके है और तरह तरह की सुविधा का लाभ ले सकते है. जिसमें कटरिंग, घूमना, पानी की व्यवस्था शामिल है,
अगर आप टिकेट बुक कर के उसे कंसिल करते है तो आपको पैसा आपके खाते में वापस मिल जाएगा, इसके ज़रिए आप अपनी शिकायत ऑनलाइन ही दर्ज करा सकते है जीपे रेलवे करवाही करेगा.
इस्पे अकाउंट बनाना और इसके मुनाफ़े उठाना आसान है. जिसके लिए आपको मुस्किल नही होगी.
रेलवे और आइआरसीटीसी में क्या अंतर है(IRCTC Share Quarterly Results)
रेलवे की अपनी छोटी छोटी सब सिडरी कम्पनी है, जो रेलवे के काम को तेज बनती है. एफेक्टिव बनती है. हर काम ठीक तरह से रेलवे नही कर सकती थी
इसलिए उसे ये कंपनी बनाने के बाद मदद मिली. कॉनकोर पहली कंपनी है, जो माल की चैन को देखता है, ईफकॉम रेलवे के जो चेज़े निर्मित हो रही है, उसका काम देखता है, राल्टेल हर तारह के कम्यूनिकेशन, वाईफ़ई को देखता है .
हर तरह टेक्निकल इश्यू को ये सही करने का जिम्मा उठता है. उसी में एक एक इकाई है. आईआरसीटीसी ये टिकेट , खाने और अन्या काम देखता है तो इन दोनो के काम अलग है पर इकाई एक ही है.(IRCTC Share Quarterly Results)