India in Tokyo Olympics 2020
क्या ओलंपिक में प्रर्दशन सुधार पाएगा भारत? (India in Tokyo Olympics 2020)
कोविड के संकटों के बीच खेलों के महाकुंभ कहे जाने वाले ओलंपिक खेलों की शुरुआत हो चुकी है। चार साल के अंतराल में आयोजित किए जाने वाले ओलंपिक खेलों को 2020 में आयोजित किया जाना था। लेकिन कोरोना महामारी के प्रसार को देखते हुए इन खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया। अब 2021 में अपने नियत स्थान जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। जापान में कोविड के प्रसार को देखते हुए इसका कड़ा विरोध भी देखने को मिल रहा है।
बहरहाल कल यानि शुक्रवार को जोर-शोर से ओपनिंग सेरेमनी के साथ ओलंपिक खेलों के आयोजन की शुरुआत हुई। जिसका पर्दापण जापान की टेनिस स्टार नाओमी ओसाका ने पारंपरिक फ्लेम जलाकर किया।
भारत के लिए मनप्रीत बने ध्वजवाहक — (India in Tokyo Olympics 2020)
भारतीय दल ने भी इस आयोजन में शिरकत की। भारतीय दल के लिए पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और दिग्गज महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम भारत के लिए ध्वजवाहक बनें। इस बार के ओलंपिक में भारत की ओर से अब तक का सबसे बड़ा दल हिस्सा ले रहा है। जिसमें लगभग सवा सौ खिलाड़ी शामिल हैं, जो लगभग 20 खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
India in Tokyo Olympics 2020
रियो ओलंपिक में भारत मात्र 1 रजत और 1 कांस्य पदक जीतने में सफल रहा था। विभिन्न सर्वे और भविष्यवाणियों की मानें तो इस बार भारत की मैडल टैली दहाई के आंकड़े को पार करती नजर आ रही है।
क्या बॉक्सर लगायेंगे पदकों पर पंच?
भारत इस बार बॉक्सिंग में पदकों की उम्मीद लगा सकता है। बॉक्सिंग में अमित पंघाल, शिवा थापा, विकास कृष्ण यादव, महिला वर्ग में एमसी मैरीकॉम, सिमरनजीत कौर को भी पदक का दावेदार माना जा रहा है। दो बार एशिया चैंपियन पूजा रानी से भी उम्मीदें हैं।
हॉकी से गोल्ड की आस— (India in Tokyo Olympics 2020)
राष्ट्रीय खेल हॉकी की पुरुष टीम के हालिया प्रदर्शन देखते हुए उनसे पदक की उम्मीद लगाई जा रही है। इस टीम ने हाल ही में नंबर दो टीम नीदरलैंड्स और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट रही अर्जेंटीना को उसी के घर में हराया है। साथ ही यह टीम कई विदेशी दौरे पर भी अजेय रही है, जिसे टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा। जो ओलंपिक में प्रर्दशन को बेहतर बना सकता है।
तीरंदाजी में दावेदारी मजबूत
दीपिका कुमारी के तीरंदाजी में निकट के प्रदर्शन को देखते हुए वह पदक की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं हैं। हाल ही में उन्होंने ने पेरिस तीरंदाजी प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक हासिल किये थे। दीपिका तीरंदाजी में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी है। वह इस एकल में तथा मिश्रित युगल में अतानु दास के चुनौती पेश करेंगी। वहीं पुरुष प्रतिस्पर्धा में अतानु दास, तरनदीप से पदकों की उम्मीद है।
क्या मनु भाकर लगा पायेंगी सोने पर निशाना?
शूटिंग में इस बार सोने पर निशाना लगने की उम्मीद है। भारत की ओर से सौरभ चौधरी, अभिषेक खेलेंगे। जो कि विश्व भर में शीर्ष दो खिलाड़ी है। इसके अलावा दिव्यांश पवार से भी उम्मीद होगी। वहीं महिला वर्ग में मनु भाकर से आस लगाई जा रही है। शूटिंग में भारत से 15 सदस्यीय टीम ने क्वालीफाई किया है।
कुश्ती से भी उम्मीदें
कुश्ती में भारत के ओलंपिक पदक की उम्मीदें बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट पर टिकी हैं। इनके अलावा दीपक पुनिया, रवि कुमार, सोनम मलिक, सीमा बिस्ला समेत लगभग 10 पहलवान कुश्ती की टीम में है।
क्या इतिहास दोहरायेंगी सिंधु?
रियो ओलंपिक में रजत पदक विजेता पीवी सिंधू से इस बार भी देश की उम्मीदें टिकी हुई हैं। वहीं भारोत्तोलन में भारत की ओर से मीरा बाई चानू की चुनौती पेश करेंगी। इसके अलावा मणिका बत्रा भी पदक की रेस में आगे हैं।
वहीं पहली तलवारबाजी में भारत की ओर से खेल रहीं भवानी देवी से भी उम्मीदें है।
नीरज से सोने की आस
एथेलेटिक्स में भारत की ओर से जेवेलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा को नाम पदक तालिका में देखा जा रहा है। वहीं डिस्कस थ्रो में भी भारत के कमलजीत सिंह चुनौती दे सकते हैं। इसके अलावा तैराकी, घुड़सवारी में भारत कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है।
परिस्थितियां देंगी चुनौती—- (India in Tokyo Olympics 2020)
लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि प्रतिद्वंद्वियों के अलावा खिलाड़ियों को माहौल से भी चुनौती मिल सकती है। इन दिनों टोक्यो का मौसम बेहद उमस भरा है, जो खिलाड़ियों को शारीरिक तौर पर मुश्किलें पैदा कर सकता है। कोविड गाइडलाइंस के चलते प्रतिभागियों को मानसिक तौर पर भी सशक्त बनना होगा।
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