Gallantry Awards 2021 गॅलेंट्री अवॉर्ड्स 2021 के नाम सरकार द्वारा घोषित किए जा चुके है, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने
सशस्त्रा बलो, अर्धसैनिक बलो और पुलिस के जवानो के लिए 144 वीरता पुरस्कारों को मंज़ूरी
दे दी गई है.
पुरस्कारों में एक अशोक चक्र, एक कीर्ति चक्र, 14 सौर्या चक्र, 4 सेना पदक ( वीरता ),
116 पदक (वीरता), 5 नौसेना पदक ( वीरता ) और 2 वायु सेना पदक ( वीरता ) शामिल है.
राष्ट्रपति ने विभिन्न सेन्या अभियानो – “आपरेशन स्नो लेपर्ड” और “आपरेशन रायनो” में सेन्य
कर्मियो के महत्वपूर्ण योगदान के लिए 28 मिशन इन डिसपॅच को भी मंज़ूरी दी है. जिसमें दो
मरणोपरांत ” आपरेशन रक्षक” के लिए और आपरेशन ” स्नो लेपर्ड ” के लिए दिया गया है.
वीरता पुरस्कार सी जुड़ी महत्पूर्ण बाते Gallantry Awards 2021
● जम्मू कश्मीर पुलिस के इतिहास में पहली बार फोर्स को अशोक, कीर्ति और शौर्य चक्र से
एक साथ सम्मानित किया गया है.
● जम्मू कश्मीर के एएफआई ( AFI ) बाबू राम को मरणोपरांत आशोक चक्र से सम्मानित
किया गया है.
● सेना से संबंधित शौर्य चक्र जम्मू कश्मीर से संबंधित आतंकवादी संबंधित अभियानो के
लिए दिए गये है.
● स्वतंत्रता दिवस 2021, के मौके पर कुल 1380 पुलिस कर्मियो को पदक से सम्मानित
किया गया है.
गॅलेंट्री अवॉर्ड्स किसे कहते है ? Gallantry Awards 2021
गॅलेंट्री अवॉर्ड्स जिसको वीरता पुरस्कार भी कहते है, ये भारत में 26 जनवरी 1950 में घोषित हुए थे
और 15 आगस्त से ही ये प्रभाव में थे.
ये पुरस्कार दो प्रकार के होते है. जब देश के जवान दुश्मन से
लड़ते वक़्त वीरगति को प्राप्त हो, तो उसे वॉर टाइम अवॉर्ड्स कहते है. दूसरी तरह का पुरस्कार
होता है, जिस स्थिति में देश में शांति हो, उसको पीस टाइम अवॉर्ड्स कहते है.
● वॉर टाइम का सबके महत्वपूर्ण पुरस्कार है, परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र
● शांति काल या पीस टाइम के सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार है, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र.
परमवीर चक्र Param Vir Chakra (PVC)
ये भारत में सबसे बड़ा सम्मान है, जो किसी भी भारत के सशस्त्रा बलो, अर्धसैनिक बलो और
पुलिस के जवानो के लिए दिया जाता है.
ज़्यादातर ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाता है. जब भी
कोई सैनिक युध्द के वक़्त कोई आसधारण वीरता दिखाता है, या बलिदान देता
है. तब उसे ये पुरस्कार सरकार द्वारा दिया जाता है.
पहली बार ये पुरस्कार 1947 में कुमाउ रेजीमेंट के मेजर सोमनाथ शर्मा को दिया गया था, इस पुरस्कार को देने की घोषणा 1950 में लोकतांत्रिक भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी.
इस पुरस्कार को आर्मी अफ़सर की ही एक पत्नी ने डिज़ाइन किया था. इसको बैगनी रंग के खूबसूरत रिबन के साथ पहना जाता है. अब तक देश में 20 से ज़्यादा लोगो को ये सम्मान मिल चुका है.
महावीर चक्र Maha Vir Chakra
महावीर चक्र देश के सैनिको को दिए जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है, ये सम्मान सैनिको
को आसधारण वीरता के लिए दिया जाता है. भारत के सशस्त्रा बलो, अर्धसैनिक बलो और पुलिस
के जवानो को दिया जाता है, ज़्यादातर ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाता है. देश की सुरक्षा
में शामिल सैनिको में से किसी भी पद पर तैनात सैनिक को ये पुरस्कार उसके साहस और वीरता
के लिए दिया जाता हैं. 1971 में भारत और पाकिस्तान के भीषण लड़ाई के दौरान ये पुरस्कार दिए
गये थे.
वीर चक्र Vir Chakra
वीर चक्र भारत में वीरता के लिए दिए जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है. भारत के रणबाकुरो को
उनके जीवट और साहस के लिए ये पुरस्कार दिए जाते है. 26 जनवरी 1950 को इसकी शुरुआत
की गयी थी, इस पुरस्कार को की पत्तिया आधे नीले और आधे केसरिया रंग की होती है.
शान्ति काल में दिये जाने वाले सेना पुरस्कार Peacetime Award
जब देश शांति से अपने दैनिक कार्यो में व्यस्त है, उस वक़्त दुश्मन के सामने साहस और
पराक्र्म दिखाने वाले लोगो ये पुरस्कार दिए जाते है. हम सब को मालूम है, भारत की आखरी लड़ाई
पाकिस्तान के साथ 1999 में हुई थी. तब पाकिस्तान सारी वॉर नीति का दायरा तोड़ के जाकर हमारे
कश्मीर में घुसबैठ कर के बैठ गया था. उस लड़ाई को हारने के बाद भी वो नियमित अंतराल पर
अपनी नापाक चालें चलता रहा है, भारत ने कई कार्यवाही भी की है जैसे, एयर स्ट्राइक, आतंकवादी
घुसबैठियो को रोकना और ज़रूरी कार्यवाही, उनके मिशन नाकाम करना, सर्जिकल स्ट्राइक, इन
सब मुस्किल और सुरक्षा कर्यो को करने के लिए ऐसे पुरस्कार से नवाज़ा जाता है.
अशोक चक्र Ashok Chakra
ये पुरस्कार की शुरुआत 1952 में हुई थी, इसे पीस टाइम का परमवीर चक्र भी कहते है. इसका
मतलब ये हुए शांति के दौरान ये भारत का सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है. फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुहास
सबसे पहले भारतीय थे, जिसको ये पुरस्कार मिला था. इस पुरस्कार के मध्य में केसरिया रंग की
पट्टी होती है.
कीर्ति चक्र Kirti Chakra
ये पुरस्कार की शुरुआत 1967 में हुई थी, इसे पीस टाइम में वीरता के लिए दिया जाता है .इस
पुरस्कार के मध्य में केसरिया रंग की दो पट्टी होती है.
शौर्य चक्र Shaurya Chakra
ये पुरस्कार आसधारण वीरता का प्रतीक है और इसे मरणोपरांत भी दिया जाता है.
महावीर चक्र 2021 किसे दिया गया है?
16 बिहार रेगीमन्ट के कर्नल संतोष बाबू को दिया ये पुरस्कार 2021 में दिया गया है, इन्हे ये
पुरस्कार चाइना के खिलाफ गलवान घाटी में चाइना की रेजिमेंट के खिलाफ शौर्य और साहस दिखाने के लिए दिया गया है. इन्हे ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है. कर्नल संतोष बाबू ” स्नो लेपर्ड” नामक एक ऑपरेशन को लीड कर रहे थे.
वीर चक्र 2021 किसे दिया गया है?
इस बार ये पुरस्का्र 5 लोगो को दिया गया है, जिसमें सूबेदार सोरेँम, हवलदार के पिलानी को ये
पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है. इसके अलावा हवलदार तेजिंदर सिह, को दिया गया,नायक
दीपक सिह और सिपाही गुरतेज सिह को ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है. इन सैनिको ने अपने
साहस से बहुत सारे सैनिको की जान बचाई थी.
कीर्ति चक्र 2021
कीर्ति चक्र 4 पैरा स्पेशल फोर्सस के इस जवान सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत ये पुरस्का्र
दिया गया है. इन्हे एक सीक्रेट ओपरेशन के दौरान जम्मू कशमीर में इनकी टुकड़ी के साथ उसको
लीड करने भेजा गया था, आतंवादियो के साथ झड़प में ये शहीद हो गये थे .
शौर्य चक्र 2021
● 21 राष्ट्र राइफॅल के मेजर अनुज सूद को ये पुरस्का्र दिया गया है, इन्होने भी जम्मू
कश्मीर में आतंकवादियो की सूचना पाने पर एक घर की घेराबंदी की जहा आतंकवादी थे,
उनको मारने के लिए उन्होंने जान की परवाह ना करते हुए, आतंकवादी को पकड़ने के लिए
इन्होंने अपनी जान निछावर कर दी. इसलिए उनको मरणोपरांत तीसरे सबसे बड़े सैन्य
अवार्ड से सम्मानित किया गया है.
● आसाम राईफ़ल के राइफ़ल मैन प्रणव ज्योति दास इन्होंने साउथ अरुणाचल प्रदेश में
दुश्मनों के साथ गोलीबारी में इन्होंने अपने प्राणों की परवाह ना करते हुए, अपने साहस का
परिचय दिया इसलिए इन्हें शौर्य चक्र सम्मान से सम्मानित किया गया है.
● सूची में अगला नाम है सोनम शेरिंग तमांग जो 4 पैरा राइफल्स के थे. इन्हें भी जम्मू
कश्मीर में आतंकवादियो की सूचना मिलने पर वहां एक टुकड़ी के साथ भेजा गया था,
इन्होंने वहां अपनी जान की परवाह किए बगैर, जो साहस दिखाया उसके लिए उन्हें ये
पुरस्का्र दिया गया है.
कीर्ति चक्र 2021
● श्री पिंटू कुमार सिह को ये पुरस्का्र मरणोपरांत दिया गया है, ये सीआरपीएफ 9 (CRPF ) में इंस्पेक्टर की पोस्ट पर तैनात थे.
● श्री श्याम नरेन्द्रा को भी ये पुरस्का्र मरणोपरांत दिया गया है, ये जम्मू कश्मीर पुलिस में
हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे.
● श्री विनोद कुमार जो को ये पुरस्का्र मरणोपरांत दिया गया है, ये कॉन्स्टेबल थे सीआरपीएफ ( CRPF ) में.
● श्री राहुल माथुर जो की सीआरपीएफ ( CRPF ) में डिप्टी-कमांडर थे उन्हे भी ये पुरस्का्र से
सम्मानित किया गया.
शौर्य चक्र 2021
● श्री अरशद ख़ान जम्मू कश्मीर में पुलिस में थे, इंस्पेक्टर के पद पर
● श्री गुआम मुस्तफ़ा बारह जम्मू कश्मीर पुलिस
● श्री नाशीर अहमद कोली , जम्मू कश्मीर पुलिस
● श्री बिलाल अहमद, ये एक स्पेशल पुलिस ऑफीसर थे.
● इन सबको ये पुरस्का्र मर्णपरांत दिया गया है.
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