Introduction(Biography Of Yogi Adityanath In Hindi ) :-
आज हम भारत के एक प्रसिद्ध राजनेता की biography पर चर्चा करेंगे जिनका नाम है योगी आदित्यनाथ जो कि वर्तमान में हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरखपुर, गोरखनाथ मन्दिर के महन्त हैं। तो आज के लेख में आप योगी आदित्यनाथ जी के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल हासिल कर पाएंगे जैसे कि उनका प्रारंभिक जीवन, परिवार, शिक्षा-दीक्षा, राजनीतिक जीवनआदि। तो कृपया ले को पूरा जरूर पढ़ें।
Biography of Yogi Adityanath(योगी आदित्यनाथ की जीवनी )
योगी आदित्यनाथवो महान शख्सियत हैं जिनको आज भारत से लेकर हर बाहरी देशों में जाना जाता है।वेअक्सर अपने कार्यों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। 19 मार्च, 2017 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर अपना पदभार ग्रहण किया। तब से अब तक वे उत्तर प्रदेश के सीएम पद पर विराजमान हैं।
सबसे पहले साल 1998 में उन्होंनेभारत के बारहवें लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और सबसे कम उम्र के सांसद के रूप में सामने आए। जब उन्होंने सांसद के रूप में शपथ ली तब उनकी उम्र महज 26 वर्ष थी।
वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इन्होंने अपनी पार्टी BJP (BharatiyaJanta Party) व सहायक सहयोगी दलों के साथ कुल 273 सीट की जीत के साथ 25 मार्च 2022 को एक बार पुनः मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस वर्ष में इनको कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद थी परंतु उन्होंने अपनी पार्टी संग मिलकर विपक्ष दल के अरमानों व उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
प्रारम्भिक जीवन व परिवार–
आपको बता दें योगी आदित्यनाथ का मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है। वर्तमान में वह.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं। योगी आदित्यनाथ जी 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थितयमकेश्वर तहसील केपंचुर गांव के एक क्षत्रिय परिवार में जन्मे थे।योगी जी के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट है जो कि एक फॉरेस्टरेंजर थे औरइनकी माता का नाम सावित्री देवी है जो एक गृहिणी थीं।
सेवानिवृत्त होने के बाद आनंद सिंह बिष्ट ने ट्रांसपोर्ट संचालन का भी काम किया।इनकी माता-पिता की कुल सात संताने थी जिनमें से ये पांचवे थे। योगी जी से बड़ी इनकी तीन बहने एक भाई है और उनसे छोटे दो और भाई हैं। बड़े भाई का नाम मानेंद्र सिंह बिष्ट, छोटे भाइयों का नाम शैलेंद्र, मोहन व महेंद्र है और बहनों का नाम पुष्पा देवी, शशि देवी और कौशल्या देवी है। योगी जी हिंदू धर्म के 50 वर्षीय पुरुष हैं उनका वर्तमान निवास स्थान गोरखनाथ मठ गोरखपुर,उत्तर प्रदेश भारत है।
1998 से 2017 तक उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और फिर 2014 में लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद के रूप में चुने गए थे। योगी जी गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैंइसके अलावा वह हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। अप्रैल 2020 में उनकेपिता दिल्ली के AIIMS में 40 दिनों तक admit होने के बाद 20 अप्रैल को 89 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
शिक्षा (Qualifications) –
सन 1977 से इन्होंने टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई आरंभ की। वर्ष 1987 में कक्षा दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने ऋषिकेश के श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं कक्षा पास की। इसके बाद वर्ष 1990 में Graduation की पढ़ाई करने के दौरान इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपना नाम जोड़ लिया। प्रमाण पत्र चोरी हो जाने के कारण वेविज्ञान स्नातकोत्तर करने में विफल रहे।
फिर पुनःइन्होंने ऋषिकेश के विज्ञान स्नातकोत्तर में प्रवेश लिया किंतु राम मंदिर आंदोलन के प्रभाव से इनका ध्यान पढ़ाई से दूसरी ओर बंटगया। 1993 में इन्होंने MSC की पढ़ाई पूरी की एवं वर्ष 1994 में पूर्ण रूप से एक सन्यासी बन गए और इसी के बाद से इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से बदलकर योगी आदित्यनाथ पड़ गया। 12 सितंबर 2014 को वह गोरखनाथ मंदिर के महंत बने।
राजनीतिक जीवन –
योगी आदित्यनाथ ने अपने जीवन का सबसे पहला चुनाव वर्ष 1998 में गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के लिए लड़ा था और वे चुनाव जीत गए थे उस दौरान वह मात्र 26 वर्ष के थे। वर्ष 1999 में गोरखपुर से ही वे पुनः सांसद चुने गए। अप्रैल 2002 में योगी जी द्वारा हिंदू युवा वाहिनी स्थापित किया गया। वर्ष 2004 में इन्होंने तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। फिर वर्ष 2009 में वे 2 लाख से भी अधिक वोटों की जीत के साथ लोकसभा पहुंचे।
इसके बाद वर्ष 2014 में वे पाँचवीं बार सांसद बने। उसी वर्ष लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला था जिसके बाद उत्तर प्रदेश में 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए जिसमें योगी जी को प्रचार के लिए उतारा गया परंतु कुछ हाथ ना लगा। दिल्ली के बाद बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी हार के चलते काफी चिंतित थी।
वर्ष 2016 में गोरखनाथ मंदिर में एक सभा आयोजन के दौरान यह निर्णय लिया गया कि योगी आदित्यनाथ को सीएम पद के लिए चुना जाए और इसी निर्णय के साथ वर्ष 2017 में हुए चुनाव में उन्होंने अपनी बड़ी जीत के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला।
सन्यासी जीवन –
सन्यासी जीवन की शुरुआत करने के लिए योगी जी ने महंत अवैद्यनाथजी से मुलाकात की थी जिसके बाद से ही इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ पड़ गया। सन्यासी जीवन की शुरुआत के बाद उन्होंने अपना घर और परिवार त्यागा और उसके बाद देश व समाज सेवा करने का संकल्प ग्रहण किया।
15 फरवरी 1994 को महंत अवैद्यनाथ द्वारा योगी जी को नाथ संप्रदाय की गुरु दीक्षा प्रदान की गई और उन्होंने योगी जी को अपना शिष्य बना लिया और उनका नया नामकरण किया ‘योगी आदित्यनाथ’। 12 सितंबर 2014 को महंत अवैद्यनाथ जी का निधन हो गया जिसके बाद योगी जी को गोरखनाथ मंदिर के महंत की उपाधि प्रदान की गई और नाथ पंथ के पारंपरिक अनुष्ठान के अनुसार मंदिर का पीठाधीश्वर बनाया गया।
उपलब्धियां:-
इन्होंने सबसे पहले अवैध स्लॉटर हाउस को बंद करवाया।
छोटे किसानों का कर्ज माफ करवा कर उन्हें कर मुक्त किया।
महिलाओं में सुरक्षा भावना बढ़ाने के उद्देश्य से एंटी रोमियो अभियान की शुरुआत की।
उत्तर प्रदेश में माफियाओं का नामोनिशान मिटाया व उन अपराधियों की अवैध संपत्ति को जब्त करवाया।
पर्यटन व धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण,मरम्मत, साफ-सफाई, नदी की सफाई आदि का कार्य कराया।
राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण करवाया जो इनकी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
लवजिहाद के खिलाफ कानून बनाने का कार्य किया।
नोएडा में एक बहुत बड़ी फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है।
प्रवासियों व श्रमिकों के लिए कई नए नियम व योजनाएं लागू की।
20 नए कृषि विज्ञान केंद्रों की स्थापना की।
विद्युत क्षेत्र में भी काफी काम किए गए।
विवाद :-
7 सितंबर वर्ष 2008 को योगी आदित्यनाथ जी पर आजमगढ़ में जानलेवा हमला किया गया। 100 से अधिक वाहनों को हमलावरोंद्वारा घेर लिया गया था और लोगों पर हिंसक हमले कर उन्हें लहूलुहान कर दिया गया।
मुस्लिम त्योहार मोहर्रम के दिन गोरखपुर में दंगा-फसाद हुआ था जिसमें फायरिंग में एक हिंदू युवा की जान चली गई थी उसी दौरान योगी आदित्यनाथ जी को गिरफ्तार कर लिया गया था क्योंकि योगी जी उस हमले वाली जगह पर जाने के लिए अड़े हुए थे।
उन्होंने शहर में लगे कर्फ्यू को हटाने की मांग पेश की। अनुमति ना मिलने पर उन्होंने हजारों समर्थकों के साथ अपनी गिरफ्तारी दी और उन्हें धारा 151A, 146, 147, 506 व 279 के तहत जेल भेज दिया गया। उनकी गिरफ्तारी के अगले ही दिन जिले के जिलाधिकारी हरिओम व पुलिस प्रमुख राजा श्रीवास्तव का तबादला हो गया जिसके बाद योगी आदित्यनाथधर्मांतरण के खिलाफ व घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे।
Conclusion :-
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योगी आदित्यनाथ का पूरा नाम क्या है?
योगी आदित्यनाथ का पूरा और मूल नाम अजय सिंह विष्ट है।
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काजल पांडेय affairsworld में एक लेखिका हैं जिनको बिज़नेस , जीवनी आदि जैसे विषय के बारे में जानकारी तथा ३ वर्षो का अनुभव भी है।