बिजनेस के बारे में (Introduction):-
LED का FullformLight Emitting Diode है जो कि एक प्रकाशस्रोत है जिसे बिजली से चलाया जाता है।
इस बल्ब से बिजली की काफी बचत होती है। इस बल्ब का जीवन काल लंबा होता है और यह जल्दी खराब और फ्यूज भी जल्दी नहीं होते।
इतनी लाइफटाइम लगभग 50000 घंटे होती है।
हर घर व दुकानों में led बल्ब का इस्तेमाल होने लगा है इसलिए इसके व्यापार को बढ़ाना उचित है।
भारत सरकार ने भी इस पहल को बढ़ावा देने के लिए देश भर में डोमेस्टिक efficient लाइटिंग प्रोग्राम की पहल की थी यह योजना कई देशों में चली और इस पर काम हुए।
इसके बाद आर्थिक आपदाओं से निपटने के लिए भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों की शुरुआत की है.
इस अभियान का उद्देश्य आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। आप छोटे या मध्यम स्तर पर भी विनिर्माण संचालन स्थापित कर सकते हैं।
1960 में पहली बार एलईडी की खोज हुई मारकोनीलैब्स में ब्रिटिश साइंटिस्टएचजेराउंड के द्वारा। इस बिजनेस को सिखाने के लिए सरकार भी प्रशिक्षण देती है।
बिजनेस शुरू करने के लिए आप मिनिस्ट्री ऑफ़माइक्रो व स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज जैसे स्थानों से led बल्ब बनाने के लिए प्रशिक्षित हो सकते हैं।
यहां आपको ट्रेनिंग के दौरान सब सिखाया जाता है। इसकी अच्छी और खास विशेषता यह है कि इस बल्ब को रिसाइकल किया जा सकता है।
सीएफएलबल्बोंमे पारा होता है जबकि LED में लेड और निकल जैसे घटक शामिल होते हैं।
सीएफएल की तुलना में एलईडी महंगा होता है और इसकी ऊर्जा लागत 80% प्रतिवर्ष होती है।
एलईडी व्यापार की संभावनाएं बढ़ती ही जा रही है।
इसलिए हम यहां इस व्यापार से संबंधित सारी जानकारी आपको देंगे जिससे आपको यह व्यापार शुरू करने मे मदद मिलेगी।
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे पहले तो आपको इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
आने वाले भविष्य में एलईडी की मांग बढ़ने वाली है इसलिए एलईडी विनिर्माण उद्यमियों के लिए यह फायदेमंद अवसर है।
सही स्थान जहां बिजनेस को open करना चाहिए ?
इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए आपको ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जहां परिवहन सुविधा ज्यादा हो और आपको कच्चे माल बिना परेशानी के व आसानी से प्राप्त हो जाए।
इस बिजनेस को स्थापित करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र के आसपास का एरिया ज्यादा सुविधाजनक होगा इसके लिए कम से कम 1000 वर्ग फुट जमीन की आवश्यकता होगी।
इस बिजनेस के लिए आप मार्केटप्लेस का चुनाव कर सकते हैं या दुकान किराए पर लेकर भी यह व्यापार शुरू कर सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक अथवा जनरल मार्केट में दुकान खरीद कर आप ज्यादा से ज्यादा अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं।
बाजारों के जगहों में यह बिजनेस शुरू कर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि भीड़ वाली जगहों पर सेलिंग अच्छी होती है।
मार्केट में भीड़ तो होती ही है तो ऐसी जगहों पर वस्तुओं की बिक्री अधिक होती है।
इसलिए जहां भी ज्यादा लोग निवास करते हैं और वहां आसपास दुकानें हैं तो ऐसी जगह आपके व्यवसाय के लिए बहुत सही होगी आप रोड पर भी छोटी सी जगह में अपने प्रोडक्ट को बेच सकते हैं।
इसके लिए आपको प्रचार भी करना होगा जिससे लोग आकर्षित हो आपके प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए।

इस बिजनेस में लगने वाली लागत क्या होगी ?
यह लगने वाली लागत आपके व्यवसाय के तरीके पर निर्भर करता है।
यदि आप फुटकर विक्रेता के तौर पर ये व्यवसाय करना चाहते है जिसमें आप बने बनाए माल को फैक्ट्री से खरीद कर सीधे अपनी छोटी शॉप में बेचना चाहते हैं तो उसके लिए लागत कम से कम ₹50000 होनी चाहिए.
और यदि आप बड़े उद्योग के आधार पर व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं जहां कच्चे मटेरियल से प्रोडक्ट बनाकर सप्लाई करना चाहते हैं तो उसके लिए कम से कम पांच लाख और अधिक सात लाख लागत होनी चाहिए।
क्योंकि बड़े उद्यम स्थापित करने में काफी खर्च आता है.
जैसे पहले तो स्थान के लिए खर्च जहां आप अपना उद्यम या फैक्ट्री जमाना चाहते हैं और फिर कच्चा मटेरियल मंगवाने का खर्च, एलईडी बल्ब बनाने के लिए लगने वाली मशीनों का खर्च, जो labour आपके साथ काम करेंगे उनको उनकी मेहनताना का खर्च, पैकेजिंग का खर्च तथा माल डिलीवरिंग में लगने वाला खर्च इत्यादि।
बिजनेस के लिए ऋण कैसे या कहां से लें ?
अगर आप खुद का बिजनेस start करना चाहते हैं और आपके पास पूंजी की कमी है तो केंद्र सरकार आपकी इस शुरुआत में पूरी सहायता करती है.
इसके लिए सरकार ने कई ऋण योजनाओं की शुरुआत की है आत्मनिर्भर अभियान के आधार पर सरकार उन लोगों के लिए आर्थिक पैकेज का लाभ देती है.
जो आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं उनके पास उनके पास कोई source नहीं है इनकम का और वह अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
आप इस पैकेज का लाभ उठाकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत अपने व्यवसाय को आरंभ करने के लिए सरकार से ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
बिजनेस रोड को प्राप्त करने के लिए आपके पास कुछ आवश्यक डॉक्यूमेंट होना जरूरी है जिसमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, इनकम प्रूफ, बिजनेस ऐड्रेस प्रूफ तथा बैंक स्टेटमेंट इत्यादि शामिल है।
इस योजना के तहत 3 चरणों में लोन दिए जाते हैं शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन। यहां आप 50000 से 1000000 तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
यह ऋण आप किसी भी सरकारी बैंक, ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक या प्राइवेट बैंक से प्राप्त कर सकते हैं।
इस बिजनेस को कैसे करना होता है ?
आप इस व्यवसाय को दो तरीके से कर सकते हैं पहला तो फुटकर विक्रेता के रूप मे और दूसरा एक सप्लायर के रूप में।
फुटकर विक्रेता के रूप में – इसके लिए आप किसी factory से होलसेल में बल्ब खरीद कर फुटकर विक्रेता के रूप में बेच सकते हैं। इस काम में आपकी ज्यादा लागत भी नहीं लगेगी।
आप एक किराए का कमरा लेकर उसमें छोटी सी दुकान खोल सकते हैं।
आप गलियों में घूमकर भी अपने प्रोडक्ट को बेच सकते हैं। यह एक छोटा बिजनेस है परंतु भविष्य के लिए लाभदायक है।
सप्लायर के रूप में – इस बिजनेस में आप खुद कच्चे मैटेरियल से बल्ब तैयार करते हैं इसके लिए आपको बड़ी जगह की आवश्यकता होगी और अधिक निवेश की भी।
परंतु इसमें मुनाफा भी बहुत अधिक है। आप लोगों को hire करके अपने खुद का प्रोडक्ट तैयार करवा सकते हैं और फिर तैयार प्रोडक्ट को छोटे-छोटे दुकानों में सप्लाई कर सकते हैं.
इससे आपको काफी लाभ होगा दुकानों में सप्लाई करने का फायदा यह है कि इससे आपके हमेशा के कस्टमर की चैन बन जाती है।
इसके लिए आपको कई छोटे दुकानदारों से बात करनी होती है।
उनसे संपर्क रखना होता है कि प्रोडक्ट को कब और कितनी मात्रा में बेचना है और उसका भुगतान कैसे होना है इत्यादि संबंधित जानकारी के लिए।
बड़े उद्धम के दौरान आप अपने प्रोडक्ट को खुद की branding दे सकते हैं।
आप असेंबलिंग यूनिट स्थापित कर सकते हैं।
इस बिजनेस में आपको लगने वाले लोगों की संख्या
वैसे तो यह आपके व्यवसाय के क्षेत्र पर निर्भर करता है कि आप कितना बड़ा व्यवसाय करना चाहते हैं।
यदि आप फुटकर विक्रेता के रूप में व्यवसाय शुरू करते हैं तो इसके लिए आप किसी एक व्यक्ति को अपने साथ रख सकते हैं.
जो माल को फैक्टरी से लाने एवं आपके व्यवसाय में थोड़ी बहुत सहायता के तौर पर रहेगा अन्यथा आपको इसके लिए व्यक्ति की जरूरत नहीं है।
यदि आप बड़ा उद्धम स्थापित करना चाहते हैं तो उसमें आपको कई सारे व्यक्तियों की आवश्यकता पङ सकती है.
जो कच्चे मैटेरियल को अलग-अलग फैक्टरी से लाएंगे, उस material से प्रोडक्ट को तैयार करेंगे, तो कुछ व्यक्ति इसकी packaging करने के लिए होंगे और कुछ आपके customers को आपके प्रोडक्ट की delivery करेंगे।
आपको हिसाब किताब रखने के लिए एक अकाउंटेंट की भी आवश्यकता होगी और एक से दो व्यक्ति इनके कामों की देखरेख के लिए होने चाहिए।
कुल मिलाकर आप इस व्यवसाय को शुरू कर के बहुत सारे लोगों को रोजगार प्रदान कर उनकी सहायता कर सकते हैं।
इस बिजनेस से होने वाला लाभ
• आप लाइफ टाइम तक इस व्यवसाय को जमाए रख सकते हैं।
• आपके व्यवसाय में growth होती रहेगी और आने वाले भविष्य में आप की इनकम बढ़ सकती
है। आपके branding की पहचान बन जाएगी जिससे लोग आपके प्रोडक्ट पर भरोसा करने लगेंगे।
• मार्केट में इसकी मांग हमेशा बनी रहेगी।
• भारी लागत केवल एक बार ही लगेगी उसके बाद आपकी इनकम ज्यादा होगी और लागत कम। बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है। unlimited विस्तार कर सकते हैं।
• बिजली की बचत होगी यदि अधिक से अधिक लोग इसका इस्तेमाल करते हैं तो।
• आप Global marketing कर सकते हैं।
इस बिजनेस में रिस्क कितना है या रिस्क फैक्टर कौन-कौन से हैं ?
किसी भी बिजनेस में रिस्क तभी होता है जब कंपनी द्वारा किए गए काम में लापरवाही की जाती है।
यहां हम कुछ point की चर्चा करेंगे जो आपको रिस्क में डाल सकते हैं।
• कच्चेमैटेरियल में गड़बड़ी
• अनट्रस्टेड कच्चे मैटेरियल कंपनी
• वारंटी और गारंटी
• पेमेंट गड़बड़ी
• रखरखाव में गड़बड़ी
इस बिजनेस का भविष्य में कितने डिमांड होगी ?
हर घर में आप एलईडी का इस्तेमाल देख सकते हैं और दिन भर दिन एलईडी की मांग बढ़ती ही जा रही है।
बल्कि अब तो स्ट्रीट लाइट में सोडियम बल्ब की जगह एलइडी लगाने के लिए विचार किया जा रहा है इससे ना सिर्फ सड़कों पर रोशनी ज्यादा होगी बल्कि बिजली की बचत भी होगी।
इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में एलईडी की डिमांड बढ़ती जाएगी। एक अनुमान के अनुसार सन 2023 तक एलईडी लाइट का बाजार सालाना 25% से बढ़कर 25 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
कई एप्लीकेशंस में भी एलईडी का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह बहुत कम पावर का इस्तेमाल करता है।
भारत सरकार भी एलईडी को बढ़ावा देने के उम्मीद में हैः इसलिए जो भी एलईडी बल्ब के बिजनेस को स्थापित करने के लिए शुरुआत करना चाह रहा है,
यह उसके लिए बहुत अच्छा मंच व अवसर है जिससे वह अपने आने वाले भविष्य में बहुत तरक्की कर सकता है।
इसकी मांग असीमित है इसलिए आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है इसकी demand अभी भी है मार्केट में और future में बहुत ज्यादा बढ़ने वाली है।